Sunday, 31 May 2020

घरों को गए श्रमिक वापस आना चाह रहे हरियाणा, सरकार जल्द कर सकती है आने का इंतजाम।

प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि राज्य सरकार ने कोरोना संक्रमण से प्रभावित क्षेत्रों को छोड़कर बाकी सभी जगहों पर हालात सामान्य करने की दिशा में बेहतर कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि अब राज्य सरकार केंद्र सरकार द्वारा घोषित अनलॉक-1 के अनुरूप प्रदेश में कोरोना महामारी को नियंत्रित करते हुए हालात सामान्य करने का कार्य करेगी। साथ ही दुष्यंत चौटाला ने बताया कि बड़ी संख्या में प्रदेश से लौटे प्रवासी श्रमिक भी अब वापस राज्य में काम पर आना चाहते है। वहीं उन्होंने दिल्ली से लगते सोनीपत, झज्जर, गुरुग्राम और फरीदाबाद में बढ़ रहे कोरोना के मामलों पर चिंता जाहिर करते हुए प्रदेश सरकार द्वारा मजबूत रणनीति बनाने की बात कही है।
डिप्टी सीएम ने कहा कि पिछले दिनों में कोरोना के मामले प्रदेश समेत देशभर में बढ़ रहे है जो कि हम सबके लिए चिंता व चुनौती का विषय है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में रिकवरी रेट भी घटा है जो एक समय में 80 प्रतिशत से ज्यादा था वो अब काफी नीचे आ गया है। उन्होंने कहा कि कोरोना के बढ़ रहे मामलों को लेकर प्रदेश सरकार पूरी तरह से गंभीर है और एमएचए की गाइडलाइन्स को देखते हुए आगामी रणनीति तैयार करेगी।

सावन कृपाल रूहानी मिशन की रोहतक शाखा द्वारा 21वें रक्तदान शिविर का आयोजन

संत  दर्शन  सिंह  जी  महाराज  की  31वीं  पुण्यतिथि  एवं  कविड19  के  संकट  की इस  घड़ी  में  परम  पूजनीय  संत  राजिन्दर  सिंह  जी  महाराज  की  अपार  दयामेहर  से   सावन  कृपाल  रूहानी  मिशन  की  रोहतक  शाखा  की  ओर  से  गोहाना  रोड़  पर  स्थित कृपाल  आश्रम  में  रेडक्राॅस  सोसायटी  के  सहयोग  से  21वें  रक्तदान  शिविर  का  आयोजन किया  गया।  इस रक्तदान शिविर में *200* लोगो ने स्वैच्छिक  रूप  से  रक्तदान  किया
संत दर्शन सिंह जी फरमाया करते थे कि "नाम हैं आदमी  तो  क्या,  अस्ल में  रूहे-इश्क़ हूँ सारी  ज़मीं  है  मेरा  घर,  सारा  जहां  मेरा  वतन"। संत दर्शन सिंह जी महाराज (1921-1989) भारत  के  महान  सूफ़ी  शायरों  में  से  एक  थे। महाराज जी का मानवता  के प्रति  सबसे  बड़ा  योगदान  यही  था  कि  उन्होंने  हजारों  लोगों  को  अपने  आध्यात्मिक  उपदेशो और ध्यान.अभ्यास द्वारा  आन्तरिक ज्योति एवं  श्रुति से  जोड़कर  उनका  जीवन  परिवर्तित कर  दिया। संत  दर्शन  सिंह  जी  ने  30  मई  1989  को  इस  भौतिक  संसार  से  विदा  ली।

आज 21वें  रक्तदान शिविर  के अवसर पर रोहतक  के  डिप्टी  कमिशनर  श्री  आर.  एस.  वर्मा  जी मुख्य  अतिथि  के  रूप  में  उपस्थित  थे,  उन्होंने  मिशन  द्वारा  आयोजित  रक्तदान  शिविर की  तहे-दिल  से  प्रशंसा करते  हुए  रक्त दाताओ का आभार व्यक्त किया कि कविड 19 के इस मुश्किल घड़ी में रक्तदान का कार्य बेहद प्रशंसा के पात्र हैं। मानवता  की  भलाई  के  लिए  सावन कृपाल रूहानी मिशन द्वारा  अनेक  प्रकार  के  समाज-कल्याण  कार्यक्रम  आयोजित  किए  जाते  हैं जोकि हम सबके लिए  मानव-सेवा का  एक जीता-जागता  उदाहरण  हैं। 

कोविड़ 19 की इस मुश्किल समय में मिशन के अलग अलग सेंटर्स द्वारा पिछले कुछ दिनों से रक्तदान शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। इसके अलावा सावन  कृपाल  रूहानी  मिशन  द्वारा  देशभर  के  प्रमुख  शहरों  व  अन्य राज्यों में लगभग 300  सेंटरों  के  माध्यम  से  अपने  स्थानीय/जिला  प्रशासन  की अनुमति  से  हजारों  गरीब  व  जरूरतमंद  परिवारों  को  प्रतिदिन  आवश्यक  खाद्य  सामग्री, अन्य आवश्यक सामग्री का वितरण भी किया  जा  रहा  है। संत  राजिन्दर  सिंह  जी  महाराज  के  सान्निध्य  में  कार्यरत  सावन  कृपाल  रूहानी मिशन  प्राकृतिक  आपदाओं  के  समय  मानव-सेवा  के  कल्याण  हेतु  रक्तदान  के  लिए हमेशा  तत्पर  रहता  है।

Saturday, 30 May 2020

हरियाणा सरकार का बड़ा फैसला- अब कैंसर व किडनी रोग से पीड़ित मरीजों को 2250 रुपए प्रतिमाह के हिसाब से दी जाएगी पेंशन.

हरियाणा में सरकार ने कैंसर और किडनी रोगियों को बड़ी सौगात दी है। सरकार ने कैंसर और किडनी की गंभीर बीमारी से जूझ रहे लोगों को मासिक पेंशन देने का ऐलान कर दिया है। यह पेंशन प्रति माह 2250 रुपये होगी। इसकी जानकारी सामाजिक न्याय एवं सशक्तिकरण मंत्री ओमप्रकाश यादव ने दी।
उन्होंने बताया कि हरियाणा में कैंसर और किडनी के रोगियों को पेंशन देने की तैयारी की है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इसकी मंजूरी दे दी है। हालांकि इससे पहले उन्होंने मीडिया के सामने कैंसर और किडनी रोगियों को पेंशन देने के संकेत दिये थे।

सोनू सूद जी ने अपने चल रहे कार्यों के बारे में जानकारी दी जिससे प्रवासी लोग अपने गृह राज्यों तक पहुँच सकें और उन्हें भोजन उपलब्ध करा सकें।

फिल्म स्टार सोनू सूद ने आज राजभवन में मुलाकात की। सोनू जी ने अपने चल रहे कार्यों के बारे में जानकारी दी जिससे प्रवासी लोग अपने गृह राज्यों तक पहुँच सकें और उन्हें भोजन उपलब्ध करा सकें। 
सोनू सूद जी के अच्छे काम के लिए उनकी सराहना की और उनके प्रयासों में उनका पूरा समर्थन करने का आश्वासन दिया।
Sonu Sood #COVID19 #LetsFightCoronaTogether

Friday, 29 May 2020

हरियाणा के कई इलाकों में भूकंप के झटके, रोहतक रहा केंद्र.

दिल्ली एनसीआर व हरियाणा के कई इलाकों में भूकंप के झटके महसूस किये गए हैं। ये झटके अभी 9 बजकर 8 मिनट पर महसूस किये गए हैं। बताया जा रहा है कि भूकंप का केंद्र हरियाणा का रोहतक था। हालांकि कही से किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। रिक्टर स्केल पर इनकी तीव्रता 4.6 मापी गई है।


गुरुग्राम, रोहतक,महम और कुछ अन्य एरिया में भूकम्प के झटके महसूस किए गए। गुरुग्राम के सेक्टर 51 में जोर से झटका महसूस क़िया। बचाव के लिए लोग मकान से बाहर निकल आये।

Thursday, 28 May 2020

हरियाणा-दिल्ली बॉर्डर सील कहने को लेकर सरकार का बड़ा फैसला, अनिल विज ने जारी किया नोटिस.

दिल्ली से सटे हरियाणा के इलाकों में कोरोना के बढते केसों को लेकर हरियाणा सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने दिल्ली से लगते बॉर्डर को फिर से सील करने की तैयारी कर ली है। गृहमंत्री अनिल विज ने दिल्ली के साथ लगते कच्चे और पक्के रास्तों को सील करने का फैसला लिया है।
हरियाणा में दिल्ली से काफी ज्यादा संख्या में लोग आ रहे हैं। ये हाईवे, कच्चे और पक्के रास्तों से आ रहे हैं। ऐसे में हरियाणा में लगातार केसों की संख्या बढ़ती जा रही है। दिल्ली से सटे गुरुग्राम, फरीदाबाद, झज्जर, सोनीपत और पलवल में लगातार कोरोना केस बढ़ रहे है।
गृहमंत्री अनिल विज ने गृह सचिव को तुरंत इन इलाकों में रास्तों को सील करने के आदेश दिये हैं। वहीं केंद्रीय गृह मंत्रालय और दिल्ली हाईकोर्ट के आदेशों के मुताबिक जरुरी सेवाओं के लिए लोगों को ही आवाजाही में छूट दी जाएगी।

Wednesday, 27 May 2020

जगन्ननाथ पुरी में होगा 5 जून को पूर्णिमा स्नान पर्व, सेवकों के कोरोना टेस्ट के बाद मनेगा उत्सव .

देश में फैले कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण पुरी के जगन्नाथ मंदिर में रथयात्रा को लेकर अभी भी संशय चल रहा है। पुरी में भी कोरोना केस मिलने के बाद हड़कंप मच गई है। हालांकि, इस सब के बीच रथ निर्माण का काम तेजी से चल रहा है। 23 जून को रथयात्रा निकलनी है। इसके पहले 5 जून को मंदिर में पूर्णिमा उत्सव भी होगा। इसमें भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा देवी की मूर्तियों को स्नान कराया जाता है। इसके लिए अभिषेक में लगने वाले 170 गरबाड़ू सेवकों का कोरोना टेस्ट किया गया है। रिपोर्ट निगेटिव आने पर ही उन्हें पूर्णिमा स्नान में शामिल होने की अनुमति दी जाएगी। 

5 जून को पूर्णिमा उत्सव होना है। इसमें पवित्र त्रिमूर्ति (भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा) को सुगंधित जल से अभिषेक-स्नान कराया जाएगा। ये उत्सव रथयात्रा से जुड़ा है और इससे बड़े पैमाने पर मनाया जाता है। हालांकि, इस साल इसे मंदिर परिसर में ही गिनती के लोगों की उपस्थिति में मनाया जाएगा। इस उत्सव में 108 सुगंधित जल के घड़ों से भगवान का अभिषेक स्नान कराया जाएगा। इस पर्व में जो सेवक शामिल होते हैं उन्हें गरबाड़ू कहा जाता है। ये लोग ही पूर्णिमा स्नान की पूरी विधि का संचालन करते हैं। मंदिर प्रशासक पीके जेना के मुताबिक मंदिर समिति ने फैसला लिया है कि सभी गरबाड़ू सेवकों का कोरोना टेस्ट किया जाएगा। 
रथयात्रा से जुड़ा महत्वपूर्ण उत्सव है पूर्णिमा स्नान 
रथयात्रा निकलने से लगभग 15 दिन पहले होने वाला पूर्णिमा स्नान उत्सव काफी महत्वपूर्ण है। हर साल ये बड़े पैमाने पर मनाया जाता है। लेकिन, इस बार मंदिर समिति ने तय किया है कि कुछ ही लोगों की मौजूदगी में आयोजित किया जाएगा। इसी उत्सव में 108 घड़ों के पानी से स्नान के बाद भगवान की तबीयत खराब होती है और उन्हें कुछ दिन एकांत में रखा जाता है। औषधियां दी जाती हैं। इसके बाद जैसे ही भगवान ठीक होते हैं, उन्हें मौसी के घर गुंडिचा मंदिर ले जाता है। अपने-अपने रथों में सवार भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा 8 दिन के लिए जाते हैं ।
8 मई से शुरू हुआ रथ निर्माण तेजी से चल रहा है। रथ धीरे-धीरे आकार ले रहा है। हालांकि, अम्फान तूफान के कारण दो दिन के लिए रथ निर्माण में बाधा आई थी। लेकिन, उसके बावजूद 23 जून से पहले रथों को तैयार करने के लिए विश्वकर्मा सेवक पूरी जी जान से लगे हैं। मंदिर समिति और जिला प्रशासन भी कोरोना वायरस के चलते इनकी सेहत पर विशेष निगरानी रख रहा है। मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ. नीलकंठ मिश्रा के मुताबिक कर्मचारियों को समय-समय पर कोरोना से सावधानी के बारे में बताया जा रहा है। उनके लिए कैंप भी लगाए जा रहे हैं। नियमित रूप से उनकी सेहत पर निगरानी रखी जा रही है।

लॉकडाउन के कारण घर पहुंचे बच्चे जिले में ही दे सकेंगे 10-12वीं की परीक्षा.

नई दिल्ली। केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने बुधवार को सीबीएसई बोर्ड की 10वीं और 12वीं परीक्षाओं के सेंटर से जुड़ी बड़ी राहत की घोषणा की। निशंक ने ट्वीट करके कहा कि कोरोना संकट के कारण जो बच्चे अपने गृह प्रदेश चले गए हैं और अपने बोर्ड परीक्षा के सेंटर वाले जिले में नहीं हैं ऐसे छात्र-छात्राएं बोर्ड परीक्षा अपने गृह जिले में ही दे सकेंगे। इसके लिए उन्हें अपने स्कूल को जिले और करीब के सेंटर की जानकारी देनी होगी।
सीबीएसई बोर्ड की परीक्षाएं 1 से 15 जुलाई 2020 के बीच आयोजित की जाएंगी। केंद्रीय मंत्री निशंक ने अपने ट्विटर अकाउंट पर ट्वीट कर इसकी जानकारी दी।
जून के पहले सप्ताह में सेंटर पता चलेगा
 निशंक ने कहा कि बच्चों की परेशानी को देखते हुए ये फैसला किया गया है। अब बच्चों को चाहिए कि वे जल्दी से जल्दी अपने स्कूल से सम्पर्क करके उन्हें अपने गृह जिले के बारे में यह बताएं कि आप वहीं रहकर बाकी के पेपर्स देना चाहते हैं। स्कूल और विभाग इसकी पूरी व्यवस्था करके जून के प्रथम सप्ताह तक बच्चों को सेंटर की जानकारी दे देंगे।
29 विषयों की परीक्षाएं बाकी हैं
 कोरोना लॉकडाउन के कारण सीबीएसई ने 83 विषयों की परीक्षाएं रोक दी थीं। इसके बाद बोर्ड ने बड़ा फैसला लेते हुए कहा  कि इन 83 विषयों में से 29 विषयों की ही परीक्षाएं होंगी। ये वही विषय होंगे, जो अगली क्लास में जाने के लिए जरूरी हैं।
एडमिट कार्ड भी नहीं बदलेंगे
 सीबीएसई के आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि एडमिट कार्ड वही रहेंगे। कारण, अब अलग-अलग स्टूडेंट्स के अलग-अलग पेपर हैं और हर पेपर में स्टूडेंट्स की संख्या भी कम है। अधिकतर स्टूडेंट्स के हिंदी कोर, हिंदी इलेक्टिव जैसे पेपर शेष रहे हैं। मेन स्ट्रीम के पेपर पूरे हो चुके हैं। वहीं, कॉमर्स साइड का एक पेपर बिजनेस स्टडीज का बचा है।
 होम साइंस, भूगोल और बायो टेक्नोलॉजी के साथ ही आईटी के कुछ पेपर हैं। ये ऐसे पेपर हैं, जिनमें स्टूडेंट्स की संख्या बहुत ज्यादा नहीं होती। उत्तर पूर्वी दिल्ली को छोडक़र बाकी इंडिया में फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथ्स, बायोलॉजी, लिट्रेचर सहित विभिन्न मेन स्ट्रीम के पेपर हो चुके हैं।  
फिजिकल डिस्टेंसिंग का रखा जाएगा ख्याल 
 परीक्षा केंद्रों पर सीबीएसई कोशिश कर रहा है कि स्टूडेंट्स के बीच फिजिकल डिस्टेंसिंग मेंटेन रखी जाए। 12वीं के जो पेपर शेष रहे हैं, उनमें स्टूडेंट्स कम हैं। सीबीएसई की डेटशीट में भी यह कोशिश की गई है कि एक दिन एक ही विषय का पेपर हो। ऐसे में स्टूडेंट्स की संख्या कम होने पर फिजिकल डिस्टेंसिंग को मेंटेन करने के लिए परीक्षा केंद्र पर अन्य कक्षों में भी स्टूडेंटस को शिफ्ट किया जा सकता है।

मोबाइल डिस्पेंसरी ने थाना, चौकी व नाकों पर तैनात जवानों का जांचा स्वास्थ्य, जवानों के कोविड टेस्ट सैम्पल लिए गए.

रोहतक पुलिस द्वारा जवानों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए निरंतर जवानों के स्वास्थ्य जांच की जा रही है तथा कोरोना वायरस से बचाव के उपकरण भी उपलब्ध कराए जा रहे है।
फार्मासिस्ट हरेन्द्र सिंह के नेतृत्व में मोबाइल डिस्पेंसरी द्वारा आज थाना सिटी रोहतक, पुराना सब्जी मंडी व पुलिस चौकी सलारा मौहल्ला में जाकर जवानों के स्वास्थ्य की जांच की गई। इसके अलावा शहर में लगाए गए नाकों, राईडर/पीसीआर व यातायात ड्यूटी पर तैनात जवानों की भी स्वास्थ्य जांच की गई। जांच में तापमान, बल्ड प्रेशर, शुगर, ऑक्सीजन सेचुरेशन, प्लस रेट आदि चैक किए गए। 
आयुष विभाग द्वारा उपलब्ध कराई गई दवाईयां वितरित की गई। जवानों को जरूरी सामान भी उपलब्ध कराया गया। जवानों को मास्क, सैनिटाइजर आदि के सही प्रयोग बारे भी बताया गया। ड्यूटी करते समय कोरोना वायरस से कैसे बचाव किया जा सकते है बारे विस्तार से अवगत कराया गया। पुलिस अस्पताल की टीम जवानों की स्वास्थ्य संबंधी समस्या को हल करने के लिए 24 घण्टे तैयार रहती है।
 पुलिस अस्पताल व स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से रोहतक पुलिस के जवानो के कोविड टेस्ट के लिए सैम्पल लिए गए है। सैम्पलों को टेस्ट के लिए लैब में भेजा गया है।

विद्यार्थियों को दी जा रही हैं ऑनलाइन शिक्षा : वर्मा- कोरोना दौर में अध्यापकों का प्रयास सराहनीय- समस्त विद्यार्थियों का रखा जाए रिकार्ड.

रोहतक के उपायुक्त आर.एस.वर्मा ने कहा कि कोरोना महामारी से बचाव हेतु लागू लॉकडाउन के दौरान  विद्यार्थियों की पढ़ाई के नुकसान को कम करने हेतु जिला प्रशासन लगातार प्रयास कर रहा है। इन प्रयासों के अंतर्गत विद्यार्थियों को ऑनलाइन शिक्षा प्रदान की जा रही है। बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ अन्य गतिविधियों की जानकारी दी जाए ताकि उनका सर्वांगीण विकास हो सके और उन्हें किसी प्रकार की कमी महसूस न हो। 
 उपायुक्त आज स्थानीय लघु सचिवालय स्थित कार्यालय में लैपटाप के माध्यम से ऑनलाईन जिला में कार्यरत शिक्षा विभाग के डीईओ परमेश्वरी हुड्डा, समस्त खंडोंं के खंड शिक्षा अधिकारियों, सीएमजीजीए दिव्या लोहिता सहित शिक्षा से जुड़े अधिकारियों के साथ बच्चो को विभिन्न माध्यमों द्वारा दी जा रही ऑनलाइन शिक्षा की समीक्षा कर रहे थे।
  उपायुक्त वर्मा ने ऑनलाइन समीक्षा बैठक के दौरान शिक्षकों का हौंसला बढ़ाते हुए कहा कि कोरोना महामारी के इस कठिन दौर में अध्यापक वर्ग द्वारा बच्चों की पढ़ाई के लिए किए जा रहे निरंतर प्रयास सराहनीय हैं। उन्होंने कहा कि आज हम अधिकतर स्कूली बच्चों तक ऑनलाइन शिक्षा की पहुंच बना चुके है। उन्होंने कहा कि ब्लॉक स्तर पर शिक्षा के साथ स्कूली बच्चों को ऑनलाइन माध्यम से अन्य दूसरी गतिविधियां जैसे खेल, सामाजिक जानकारी आदि भी उपलब्ध करवाई जाए ताकि बच्चों का सर्वांगीण विकास हो पाए और उन्हें लॉकडाउन के दौरान स्कूली गतिविधियों की कमी महसूस न हो।
   उपायुक्त ने सभी अधिकारियों को कहा कि ऑनलाइन शिक्षा लेने वाले समस्त विद्यार्थियों की हाजरी का रिकार्ड रखा जाए ताकि शिक्षा प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों का सही आंकलन किया जा सके। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अन्य जिलों के मुकाबले और अधिक बेहतर प्रयास करें ताकि जिला में ऑनलाइन शिक्षा के बेहतर परिणाम मिल सके। जिला में कोरोना महामारी के दौरान सभी क्षेत्रों में सराहनीय कार्य किया गया है।

हरियाणा में मास्क पहनना हुआ अनिवार्य, बिना मास्क दिखे तो लगेगा जुर्माना, निर्देश जारी.

हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि हरियाणा में कोरोना संक्रमण को रोकना सरकार की प्राथमिकता है। इस संबंध में केन्द्रीय गृह मंत्रालय द्वारा जारी सभी दिशा-निर्देशों की अक्षरश: पालना सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। इस संक्रमण को रोकने के लिए अब सभी को सार्वजनिक स्थलों पर मास्क पहना अनिवार्य होगा। इसी प्रकार, किसी भी व्यक्ति के सार्वजनिक स्थल पर थूकने पर प्रतिबंध रहेगा। इन नियमों की अवहेलना करने वाले लोगों को 500-500 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा और जुर्माने की अदायगी न्यायालय के माध्यम से नहीं नकद में वसूली जाएगी।
विज आज यहां पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। जब उनसे हरियाणा में कोरोना की स्थिति के बारे में जानना चाहा तो उन्होंने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि जुर्माने लगाने के लिए अस्पतालों में मेडिकल अधिकारी, नगर पालिकाओं में म्युनिस्पिल इंजीनियर, ग्राम पंचायतों में खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी तथा संबंधित क्षेत्रों में पुलिस के एसएचओ अधिकृत होंगे। उन्होंने कहा कि इस संबंध में आज ही अधिसूचना जारी कर दी जाएगी।
गृह मंत्री ने कहा कि अन्य राज्यों की तुलना में हरियाणा में कोरोना की स्थिति काफी हद तक नियंत्रण में है। दिल्ली से लगते एनसीआर के चार जिलों सोनीपत, फरीदाबाद, गुरुग्राम व झज्जर से ज्यादातर मामले दर्ज हुए हैं। कल भी गुरुग्राम मंन 33 व फरीदाबाद में 22 नए मामले पाए गए हैं। इसीप्रकार, हरियाणा में कोरोना मामलों के डब्लिंग रेट 19 दिन की है, रिकवरी रेट 66 प्रतिशत तथा प्रति मिलियन टेस्टिंग रेट 4,000 है। सभी पैमानों पर हम खरे उतरे हैं। पूरे देश का तुलनात्मक अध्ययन किया जाए तो हरियाणा में दिल्ली से लगते एनसीआर के चार जिलों तथा तब्लीगी मामले छोड़ देें तो, हरियाणा की स्थिति देश में कोरोना नियंत्रण में एक नम्बर होती। अब भी हम बेहतर स्थिति में हैं।
उन्होंने कहा कि कल झज्जर में पुलिस नाके पर तैनात कर्मियों के 12 मामले भी सामने आए हैं। उन्होंने कहा कि गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव को निर्देश दिए गए हैं कि कोरोना योद्घाओं की सुरक्षा करना हमारी जिम्मेवारी है। ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों को मास्क, ग्लवस व अन्य सुरक्षा उपकरण इत्यादि पहनने अनिवार्य होंगे। विभाग द्वारा सभी प्रकार के उपकरण उपलब्ध करवाए जाएंगे।
एक प्रश्न के उत्तर में कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा व रणदीप सुरजेवाला द्वारा ‘मेरा पानी-मेरी विरासत योजना’ के तहत किसानों को धान न लगाने की सरकार द्वारा की गई अपील के विरूद्घ किए जा रहे धरना प्रदर्शन पर पूछे जाने पर गृह मंत्री ने कहा कि लॉकडाउन के चलते केन्द्रीय गृह मंत्रालय द्वारा जारी दिशा-निर्देशों में कोई भी व्यक्ति राजनीतिक, धार्मिक तथा सामाजिक गतिविधियां सामूहिक रूप से नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि सरकार इस मामले में जांच करवाएगी तथा यदि नियमों की उल्लघंना हुई है तो उनके विरूद्घ कार्यवाही की जाएगी।
खरखौदा शराब मामले में जांच के लिए एसईटी के बारे पूछे जाने पर गृह मंत्री ने कहा कि मामले में उन्होंने एसईटी के स्थान पर एसआईटी (विशेष जांच दल) के गठन की मांग की थी और एलआर व महाधिवक्ता, हरियाणा से राय मांगी थी तथा दोनों ने अपनी राय नेगेटिव दी। परन्तु महाधिवक्ता, हरियाणा की राय है कि एसईटी मामले में पूरी जांच कर सकती है तथा उसकी रिपोर्ट के आधार पर दर्ज एफआईआर तथा जिस भी एजेंसी से सरकार चाहे जांच करवा सकती है। उन्होंने कहा कि इस मामले में सीआरपीसी की धारा-32 में भी यह प्रावधान है। उन्होंने कहा कि एसईटी अपनी रिपोर्ट में शिकायत क्या है क्या यह आपराधिक मामला है या क्या विभागीय जाचं का मामला है। रिपोर्ट आने के बाद ही जांच आरंभ होगी और जो भी दोषी हुआ, उस के विरूद् कार्यवाही की जाएगी।
कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा द्वारा लॉकडाउन में फंसे मजदूरों को उनके गृह जिलों में भेजने के लिए रेल गाडियों व बसों के माध्यम से भेजने पर सरकार पर राजनीतिक करने का आरोप लगाने के बारे पूछे जाने पर गृह मंत्री ने कहा कि हरियाणा कोरोना राहत फण्ड में योगदान देने के लिए सभी से अपील की गई थी। कांग्रेस पार्टी ने जब इस फण्ड में कुछ राशि का योगदान दिया तो उससे पहले तो कई रेलगाडियों व बसों के माध्यम से लोगों को भेजा जा चुका था। उन्होंने कहा कि सरकार ने अपने साधनों व प्रयासों से हर किसी इच्छुक मजदूर को भेजने की पूरी कोशिश की है। अगर अब भी कोई शेष रह गया है तो उसे भी भेजा जा रहा है।
आज मुख्यमंत्री के साथ हुई उनकी बैठक के बारे पूछे गए प्रश्न के उत्तर में श्री विज ने कहा कि यह बैठक शहरी स्थानीय निकाय विभाग से संबंधित थी तथा लॉकडाउन के कारण सभी 76 निकायों में जो कूड़ा-कचरा जमा हो गया है उसको साफ करने की क्या प्रक्रिया है तथा उसके लिए किस तरह का निविदाएं आमंत्रित करने का फारमेट हो, इन सब पर चर्चा हुई और जल्द से जल्द इस पर कार्यवाही आरंभ हो जाए।

हरियाणा में बिजली उपभोक्ताओं के लिए शुरू की ये खास सुविधा, जानिए

हरियाणा बिजली वितरण निगमों (उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम और दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम) ने उपभोक्ताओं के लिए ट्रस्ट रीडिंग की सुविधा शुरू की है। बिजली बिल में मीटर रीडिंग गलत होने की स्थिति में उपभोक्ता ऑनलाईन माध्यम से सही मीटर रीडिंग प्रदान  करके बिल ठीक करवा सकते हैं।
यह जानकारी देते हुए निगम के एक प्रवक्ता ने बताया कि यह सुविधा घरेलू, गैर-घरेलू और एलटी औद्योगिक श्रेणियों (अधिकतम 20 किलोवाट तक लोड) के उपभोक्ताओं के लिए है। इसके लिए उपभोक्ता निगमों की वेबसाईट  www.uhbvn.org.in    या www.dhbvn.org.in  पर जाकर ट्रस्ट रीडिंग की सुविधा को उपयोग कर पाएंगे। इस सुविधा के उपयोग बारे सारी जानकारी भी निगमों की वेबसाईटों पर उपलब्घ है।
उन्होंने विस्तार से जानकारी देते बताया कि शुरुआत में यह सुविधा प्रदेश के 42 शहरों में शुरु की जा रही है।

जिसमें उत्तर हरियाणा के अधीन पंचकूला, करनाल, पानीपत, सोनीपत, रोहतक, झज्जर, कैथल, अंबाला सिटी, अंबाला कैंट, यमुनानगर, शाहबाद, बहादुरगढ़, कालका, पिंजौर, चीका, गोहाणा, घरौंडा, पेहवा, थानेसर, गन्नौर और समालखा शहर शामिल हैं। वहीं, दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के अंर्तगत गुरुग्राम, फरीदाबाद, फतेहाबाद, जींद, सिरसा, हिसार, रेवाड़ी, भिवानी, चरखीदादरी, पलवल, डबवाली, बरवाला, एलनाबाद, टोहाना, हांसी, नरवाना, नारनौल, होडल, बावानी खेड़ा, सिवानी और लौहारु शहर शामिल हैं।

गौरतलब है, बीते दो माह में लॉकडाउन होने की वजह से कई उपभोक्ताओं की मीटर रीडिंग नहीं हो पाई, उन्हें औसत के आधार पर ही बिजली बिल जारी किए गए हैं। वे उपभोक्ता भी इस सुविधा का उपयोग करके अपने बिलों को वास्तविक रीडिंग के अनुसार ठीक करवा पाएंगे।

घर में कार लाना हुआ अब ओर भी आसान, 5 हजार की आसान किस्त में ला सकते है Tata की यह कार.

देशभर में कोरोना काल के बीच अब जैसे जैसे लॉक डाउन में ढील दी जा रही है, वैसे वैसे हर प्रकार की कंपनियां भी अब बाजार में उतर रही है और अपने उत्पादों को जल्द से जल्द बेचने के लिए नई नई स्कीमें लेकर आ रही है। टाटा मोटर्स ने भी अपनी गाड़ी पर एक नई स्कीम की पेश की है। टाटा ने Tiago कार पर पांच हजार रुपये की EMI रखी है ताकि हर किसी के घर तक यह कार पहुंच सके।
टाटा कंपनी ने टाटा टियागो कार के लिए यह खास ऑफर रखा है जिसके लिए पांच हजार रुपये महिने की ईएमआई देकर कोई भी इस गाड़ी को खरीद सकता है। इस कार को EMI पर खरीदने के लिए पहले छह महीने पांच हजार रुपये देने होंगे, जिसके बाद यह राशि बढ़ जाएगी।

यह ऑफर केवल Tata Tiago हैचबैक के लिए उपलब्ध है, 5 साल के कार्यकाल के लिए 5 लाख रुपये तक की राशि के लिए उपलब्ध है। दूसरे Tata मॉडल्स में Altroz प्रीमियम हैचबैक को छोड़कर 100 फीसद फाइनेंस, अतिरिक्त 45,000 रुपये डॉक्टर्स, हेल्थवर्कर्स, पुलिस और अन्य फ्रंटलाइन वर्कर्स और एक 8 वर्षों के लिए अधिकतम लोन कार्यकाल जैसे प्रस्तावों को आकर्षित कर रहे हैं।

Tata Tiago का भारतीय बाजार में मुकाबला

Renault Kwid और Maruti S-Presso से है। यह कार सिर्फ पेट्रोल इंजन में आती है। डीजल इंजन इसमें बंद कर दिया गया है। Tata Tiago में मिलने वाला 1.2 लीटर पेट्रोल इंजन 84 bhp की पावर और 115 Nm का टॉर्क जनरेट करता है। यह इंजन दो गियरबॉक्स विकल्प – एक 5 स्पीड मैनुअल और एक 5-स्पीड ऑटोमैटेड मैनुअल (AMT) से लैस है।

Tata ने हाल ही में एक ऑनलाइन डिजिटल रिटेल प्लेटफॉर्म ‘क्लिक टू ड्राइव’ भी शुरू किया है, जहां कोई भी आसानी से शोरूम में जाकर अपनी टाटा कार को अपनी जगह पर बुक खरीद और प्राप्त कर सकते हैं।

रोहतक के बाजारों में 6 बजते ही प्रशासन अब बजाएगा हूटर, 20 मिनट में अगर सामान अंदर नही किया तो रोहतक ट्रेडर्स एसोसिएशन भी नही देगी साथ ।

शहर के बाजारों में दुकानदारों के कट रहे चालान के बाद जन्मा संग्राम अब थमता दिख रहा है। रोहतक प्रशासन अब 6 बजते ही व्यापारिक प्रतिष्ठानों को बंद करवाने के लिए इमरजेंसी हूटर बजाएगा ताकि दुकानदार अपनी दुकानों को जल्दी से बंद कर दें। इसके लिए उन्हें 20 मिनट तक का समय मिलेगा और इस समय अवधि के बाद कोई दुकान अगर खुली मिलती है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।
आज रोहतक ट्रेडर्स एसोसिएशन की तरफ से एक पत्र जारी किया गया जिसमें ये जानकारी दी गई और कहा कि 6 बजे निर्धारित समय के अनुसार दुकान को बंद करना है। सामान को समेटने के लिए 10 से 20 मिनट दिए जाएंगे। 6 बजकर 20 मिनट के बाद अगर प्रशासन कोई कार्रवाई करेगा तो एसोसिएशन दुकानदार की सहायता के लिए आगे नहीं आएगा।

आपको बता दें कि लॉकडाउन के चलते रोहतक में दुकान खोलने को लेकर डीसी आरएस वर्मा द्वारा समय निर्धारित किया हुआ है।

कुलपति डॉ. ओ.पी.कालरा ने एलपीएस बोर्सोड के एमडी राजेश जैन द्वारा दिया गया एक लाख रूपए का चैक, चिकित्सकों व ईटीवी चैनल के पत्रकार धीरेंद्र चौधरी द्वारा दी गए करीब डेढ़ लाख रूपए की राशि के चैक इशरत को सौंपे।

रोहतक, 24 मई। पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के कोविड वार्ड 24 में भर्ती गुरूग्राम की रहने वाली इशरत व गुरूग्राम में रहने वाले मूलरूप से नेपाल निवासी संजू को रविवार को डिस्चार्ज कर दिया गया।

 कुलपति डॉ. ओ.पी.कालरा ने एलपीएस बोर्सोड के एमडी राजेश जैन द्वारा दिया गया एक लाख रूपए का चैक, चिकित्सकों व ईटीवी चैनल के पत्रकार धीरेंद्र चौधरी द्वारा दी गए करीब डेढ़ लाख रूपए की राशि के चैक इशरत को सौंपे। वहीं आपातकाल विभाग के सीएमओ डॉ. आकाश, डीएमएस डॉ. संदीप व कोविड कंट्रोल रूम के इंचार्ज डॉ. वरूण अरोड़ा ने पंद्रह हजार रूपए एकत्रित करके नेपाली बच्चे संजू को दिए ताकि व अपने घर जा सके। 
कुलपति डॉ. ओ.पी.कालरा ने कहा कि उनके चिकित्सक व स्टाफ नर्स दिन रात मरीजों की सेवा कर रहे हैं, जिसके चलते उन्हें उन पर गर्व है। कोविड कंट्रोल रूम के इंचार्ज डॉ. वरूण अरोड़ा ने कहा कि उनका प्रयास है कि यहां आने वाले मरीजों को अच्छा इलाज उपलब्ध करवाया जाए। उन्होंने कहा कि गत दिनों इशरत के पति की कोरोना से पीजीआईएमएस में मृत्यु हो गई थी और उसके बच्चों व पिता की रिपोर्ट भी पोजीटिव आई है। उनकी आर्थिक हालात अच्छी ना होने के चलते आज उन्हें कुलपति डॉ. ओ.पी.कालरा के माध्यम से एक लाख 51 हजार रूपए की मदद की गई।

Tuesday, 26 May 2020

हुड्डा ने कहा - किसानों पर बंदिशें ठीक नहीं, दीपेंद्र बोले - धान पर पाबंदी न हटी तो किसान आंदोलन

भूपेंद्र सिंह हुड्डा व दीपेंद्र हुड्डा ने धान बुआई की बंदिशों के खिलाफ फतेहाबाद में सडक़ों पर उतरे किसानों को समर्थन का एलान किया है।
 रोहतक। पूर्व मुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने धान बुआई की बंदिशों के खिलाफ फतेहाबाद में सडक़ों पर उतरे किसानों को समर्थन का एलान किया है। उन्होंने कहा कि आज फतेहाबाद, कुरुक्षेत्र और कैथल समेत पूरे प्रदेश का किसान आंदोलनरत हैं। सरकार को तुरंत प्रभाव से धान पर पाबंदी का फैसला वापस लेना चाहिए। हुड्डा ने कहा कि अन्नदाता पहले ही बर्बादी की कगार पर है। भूजल संरक्षण के लिए नई परियोजनाएं चलाने के बजाय किसानों पर बंदिशें थोपी जा रही हैं। महामारी के नाज़ुक दौर में ऐसे फैसले लेना उचित नहीं है। इसे तुरंत वापस लिया जाना चाहिए।
 हुड्ड़ा ने कहा कि सरकार किसानों पर वैकल्पिक खेती करने का दबाव तो बना रही है लेकिन धान-गेहूं जैसी परंपरागत खेती छोडक़र फूल और सब्जी का उत्पादन करने वालों किसानों की हालत भी आज खराब है। भिवानी समेत प्रदेशभर के किसान अपनी फसल को पशुओं के सामने डालने को मजबूर हैं क्योंकि न उसकी खरीद हो रही है और न ही उचित रेट मिल रहा है। पिछले साल सरकार के कहने पर मक्का उगाने वाले किसानों को भी सिर्फ घाटा ही हाथ लगा था। इसलिए सरकार को आनन-फानन में फैसले लेने से पहले उचित नीतियों, प्रोत्साहन और जागरूकता के जरिये पहले किसानों का भरोसा जीतना चाहिए। 
दीपेंद्र बोले- जिद छोड़े सरकार, नहीं तो प्रदेशव्यापी किसान आंदोलन होगा
 राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार को चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि या तो सरकार धान रोपाई पर पाबंदी का फैसला वापस ले, नहीं तो प्रदेशव्यापी किसान आंदोलन के लिए तैयार रहे। सरकार को भाजपा या जजपा नेताओं के जरिए गलत बयानबाजी करवाकर किसानों को बहकाने के बजाय अपने तानाशाही फैसले के बारे में सोचना चाहिए। आज फतेहाबाद, कैथल और कुरुक्षेत्र समेत प्रदेशभर का किसान सरकार के फैसले का विरोध कर रहा है। फतेहाबाद में किसानों ने अपने ट्रैक्टर सडक़ों पर उतारकर और शाहबाद में भाकियू ने बड़ी पंचायत करके नाराजगी जताई है।
 दीपेंद्र ने कहा कि सरकार ने 19 ब्लॉक्स की 50 फीसद जमीन, 26 ब्लॉक्स की पंचायती जमीन और 50 हॉर्स पावर से ज्यादा की मोटर वाले किसानों पर धान रोपाई की पाबंदी थोपी है। सरकार के अधिकारी इस फैसले को थोपने के लिए लगातार किसानों के बीच पहुंच रहे हैं। उन्हें भी किसानों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। सरकार की बैसाखी बनी जजपा के गुहला चीका और शाहबाद से विधायक भी इस फैसले पर नाराजगी जाहिर कर चुके हैं। धान बुआई के मुद्दे पर जिस सत्ताधारी नेता ने नेता प्रतिपक्ष की उम्र को गलत और अपनी उम्र को सही बताया था, आज उसी मुद्दे को लेकर उन्हीं की पार्टी के विधायक सरकार का खुलकर विरोध कर रहे हैं।
 राज्यसभा सदस्य ने कहा कि अन्नदाता सत्तापक्ष या विपक्ष की राजनीति से ऊपर होता है। उसका समर्थन करना और उसके हकों के लिए आवाज उठाना हर नेता का फर्ज है, इसलिए हम अपना फर्ज निभा रहे हैं और किसान के हर संघर्ष में उसके साथ खड़े हैं। सरकार को भी अपनी किसान विरोधी सोच छोडक़र अपने तानाशाही फैसले को वापस लेना चाहिए।

Monday, 25 May 2020

सावधान! लॉक डाउन का उल्लंघन करना पड़ सकता है पुलिस को मिली ये पॉवर.

हरियाणा सरकार के गृह एसीएस (अतिरिक्त मुख्य सचिव) ने एक आदेश जारी करते हुए यह साफ कर दिया गया है कि अब डिजास्टर मैनेजमेंट के मामलों में जिला अटार्नी नहीं बल्कि प्रदेशभर के थाना प्रभारी खुद ही केस दर्ज कर कार्रवाई करने में सक्षम हैं।
अब कोरोना संक्रमण की महामारी को गंभीरता से नहीं लेने वालों की अब खैर नहीं है, क्योंकि हरियाणा के थाना प्रभारियों को डिजास्टर मैनेजमेंट का उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध केस दर्ज कर कार्रवाई करने का अधिकार होगा। 
यहां पर यह भी बता दें कि राज्य में जिला अटार्नियों के पास में पहले से ही कईं तरह के कामकाज का बोझ रहता है, इसको ध्यान में ऱखते हुए हरियाणा गृह विभाग ने यह पावर सीधे ही थाना प्रभारी को देने का फैसला लिया था। जिस तरह से कोरोना संक्रमण को राष्ट्रीय आपदा घोषित किया गया है, उसकी वायलेशन पर होने की स्थिति में थाना प्रभारियों द्वारा खुद ही कार्रवाई करने का रास्ता खुल गया है, अब से पहले यह पावर जिला अटार्नी के पास होती थी। दरअसल पूर्व में जिला अटार्नियों के पास में मामला होने के कारण कई बार ज्यादा समय लगने के साथ ही कई अन्य तरह की दिक्कतें भी पेश आती थी।
राष्ट्रीय आपदा के सेक्शन 51 के चैप्टर 10 में कोई भी केस दर्ज होता रहा है। अब से पहले पावर केवल जिला अटार्नी के पास होती थी। पुलिस अधिकारियों को एक्शन लेने में समय लगता था, लेकिन थाना प्रभारियों को हैंडओवर हो जाने के बाद में अब इसका उल्लंघन करने वालों की खैर नहीं हैं, वैसे भी कोरोना महामारी को राष्ट्रीय आपदा माना गया है। आने वाले वक्त में कोई भी नियमों को नहीं मानने, शांति व्यवस्था बिगाड़ने के साथ ही समय समय पर जारी एडवाइजरी का उल्लंघ करने वाले सीधे ही नपेंगे।

अब थाना प्रभारी निरीक्षक ही मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करने के लिए तैयार हैं। दूसरी अहम बात यहां पर यह भी है कि पूर्व में भी सारी की सारी कार्रवाई पुलिस को ही करनी होती थी। लेकिन अटार्नी द्वारा अगर केस दर्ज कराया जाता है, तो फिर मामले में तारीखों को भी अदालत में रहना होता था।

हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज का कहना है कि जिला अटार्नी पर बढ़ते हुए दबाव को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। पूरी कार्रवाई पुलिस ही करती है, इसीलिए अब इस तरह के मामलों में पुलिस आत्मनिर्भर हो गई है, खुद ही कार्रवाई कर सकती है।
 
राजस्थान की तरह राज्य के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कोरोना संक्रमण की चुनौती को ध्यान में रखते हुए और लाकडाउन में छूट का दुरुपयोग करने वालों पर शिकंजा कसने का सुझाव दिया था। विज ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री व प्रदेश के सीएम को भी इस संबंध में अपने कईं सुझाव प्रस्तावित पत्र में लिखकर भेजे हैं। जिसमें मास्क नहीं लगाने, सैनिटाइजेशन नहीं करने के साथ ही नियमों का उल्लंघन करने वालों पर जुर्माना लगाने का प्रावधान है, इसका मकसद लोगों से सौ फीसदी सोशल डिस्टेसिंग का पालन कराने के साथ ही मास्क आदि नहीं लगाने वाले लोगों पर कार्रवाई करना है। अभी तक लोग इसका उल्लंघन करने में नहीं डरते क्योंकि जुर्माने आदि का प्रावधान नहीं है, इसीलिए गृहमंत्री इसे कानून बनाने के पक्ष में हैं।

Sunday, 24 May 2020

सब्जी मंडी रोहतक कंटनमेंट जोन से मुक्त-जिलाधीश आर एस वर्मा

सब्जी मंडी रोहतक कंटनमेंट जोन से मुक्त-जिलाधीश आर एस वर्मा
- जिला मैजिस्ट्रेट आर एस वर्मा ने जारी किये आदेश
- दुकानदारों को एडवाइजारी की करनी होगी पालना
- ग्राहकों व दुकानदारों को मास्क पहनना अनिवार्य
- सामाजिक दूरी की करनी होगी पालना
- दुकानों पर रखना होगा हैंड सेनिटाइजर
- प्रत्येक डिलिंग के बाद दुकानों को करना होगा सेनिटाइज
- दुकानों के बाहर सामान व वाहन खड़ा करने पर रोक
रोहतक, 24 मई : सब्जी मंडी, रोहतक में कोरोना का कोई नया मामला न पाए जाने के बाद जिला मैजिस्ट्रेट आर एस वर्मा ने नए आदेश जारी कर सब्जी मंडी एरिया को कंटेनमेंट जोन में शामिल करने के अपने पुराने आदेश को समाप्त कर दिया है। आदेशों में बताया गया है कि 15 मई के बाद सब्जी मंडी रोहतक में कोरोना का कोई नया मामला नहीं पाया गया है।
  जिला मैजिस्ट्रेट आर एस वर्मा ने आदेशों में कहा है कि सब्जियां व फल आवश्यक वस्तुओं में आती है और सब्जी मंडी क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन में शामिल करने की वजह से जनता को पर्याप्त मात्रा में सब्जियां व फल प्राप्त करने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा था और यह स्थिति सब्जियों व फलों के दाम बढ़ा सकती थी। नये आदेशों के अनुसार अब सब्जी मंडी को नियमित रूप से संचालित करने की अनुमति प्रदान कर दी गई है। आदेशों में कहा गया है कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए सब्जी मंडी को पूरी तरह से सेनिटाइज कर दिया गया है। मार्केट कमेटी रोहतक के सचिव की रिपोर्ट के अनुसार मंडी का जो व्यक्ति कोरोना संक्रमित हुआ था, वह पीजीआईएमएस रोहतक में उपचार के बाद ठीक हो गया है और अपने घर उत्तर प्रदेश चला गया है। उक्त व्यक्ति के अलावा मंडी के 122 लोगों के कोरोना टैस्ट किये गये थे जो सभी नेगेटिव पाये गये है।
 जिला मैजिस्ट्रेट आर एस वर्मा ने अपने आदेशों में कहा है कि सब्जी मंडी के दुकानदारों को पहले से जारी की गई एडवाइजरी के मुताबिक अपनी दुकानों के सामने सामाजिक दूरी के रख रखाव को सुनिश्चित करना होगा। दुकानदारों व ग्राहकों के लिए मुंह को ढकना अथवा मास्क पहनना अनिवार्य रहेगा। दुकानों पर हैंड सैनिटाइजर रखना भी आवश्यक है। प्रत्येक ग्राहक से डीलिंग करने के उपरांत दुकान के काउंटर, डेस्क आदि को सैनिटाइज करना होगा। दुकानों के सामने वाहनों के खड़ा करने की अनुमति नहीं होगी। दुकानों के बाहर कोई भी उत्पाद या सामान रखने की अनुमति नहीं होगी। सभी दुकानें रविवार को बंद रहेगी।
 उपायुक्त ने आदेश में कहा गया है कि अगर कार्य स्थल का कवर्ड क्षेत्र एक सौ वर्ग फिट से कम है तो वहां पर केवल एक व्यक्ति के कार्य करने की अनुमति होगी। अगर यह क्षेत्र 100 वर्ग फीट से ज्यादा और 200 वर्ग फिट से कम है तो वहां पर दुकानदार समेत दो लोग काम कर सकते हैं। इसी प्रकार अगर कवर्ड एरिया 200 वर्ग फीट से ज्यादा है तो एक अतिरिक्त व्यक्ति के काम करने की अनुमति रहेगी।
 जिला मजिस्ट्रेट ने अपने आदेशों में कहा है कि अगर कोई व्यक्ति कोविड-19 के प्रबंधन के संबंध में जारी किए गए राष्ट्रीय निर्देशों और लोकडाउन के उपायों की उल्लंघना करेगा तो उसके खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की धारा 51 व 60 के प्रावधानों के तहत कार्रवाई अमल में लाई जाएगी और उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 188 व अन्य कानूनी प्रावधानों के तहत मुकदमा दर्ज किया जाएगा। जिला मैजिस्ट्रेट ने इस संबंध में संबंधित प्रवर्तक एजेंसियों को भी निर्देश दिए हैं कि में उपरोक्त आदेशों की अनुपालना सुनिश्चित करें।

Saturday, 23 May 2020

31 अगस्‍त तक लोन EMI पर मिल रही छूट, यहां जानें- 7 जरूरी सवालों के जवाब.

बीते 25 मार्च से देशभर में लॉकडाउन लागू है. इस बीच, केंद्रीय रिजर्व बैंक ने लोन की EMI पर भुगतान टालने (मोरेटोरियम) की सुविधा को एक बार फिर 3 महीने के लिए बढ़ा दिया है.
आरबीआई ने 31 अगस्‍त तक के लिए बढ़ाई मोरेटोरियम सुविधा, बैंक पहले से ही 3 महीने के लिए ग्राहकों को ये सुविधा दे रहे हैं !
लॉकडाउन बढ़ने के बाद से ही इस बात के कयास लग रहे थे कि आरबीआई लोन की EMI भुगतान टालने (मोरेटोरियम) की सुविधा को बढ़ा सकता है. केंद्रीय रिजर्व बैंक ने उम्‍मीद के मुताबिक एक बार फिर इस सुविधा को 31 अगस्‍त तक के लिए बढ़ा दिया है. आइए जानते हैं आरबीआई के इस फैसले से जुड़े कुछ अहम सवालों के जवाब.

सवाल- आरबीआई के ऐलान का मतलब क्‍या है?
जवाब- केंद्रीय रिजर्व बैंक ने एक बार फिर लोन की EMI भुगतान टालने (मोरेटोरियम) की सुविधा को बढ़ा दिया है. इसका मतलब ये हुआ कि आप कुल 6 महीने तक पर्सनल, ऑटो, होम, बिजनेस लोन या क्रेडिट कार्ड की मासिक किस्त (EMI) देने से बच सकते हैं.

आपको बता दें कि बीते 27 मार्च को आरबीआई ने पहली बार बैंकों से EMI भुगतान टालने यानी मोरेटोरियम को कहा था. इसके बाद बैंकों ने 3 महीने के लिए अपने ग्राहकों को EMI भुगतान टालने की छूट दी है. लेकिन अब इसी छूट को अतिरिक्‍त 3 महीने यानी 31 अगस्‍त तक के लिए बढ़ाया गया है.

सवाल- अब आपको क्‍या करना चाहिए?
जवाब- अगर आप पहले से मोरेटोरियम की सुविधा का फायदा उठा रहे हैं तो इसे अतिरिक्‍त तीन महीने के लिए बढ़वा लीजिए. वहीं अगर आप अब इस सुविधा से जुड़ना चाहते हैं तो अपने बैंक से संपर्क कीजिए.

सवाल- क्‍या EMI मोरेटोरियम की सुविधा लेना सही रहेगा?
जवाब- कोरोना संकट काल में कई लोग ऐसे भी हैं जिनकी नौकरी चली गई है या फिर सैलरी में कटौती कर दी गई है. इसके अलावा कुछ लोगों ने उस कारोबार के लिए लोन ले रखा है, जो अब ठप है. ऐसे लोग EMI मोरेटोरियम की सुविधा का लाभ ले सकते हैं. इसके जरिए आप अपनी मासिक किस्‍त टाल कर पैसे की तात्‍कालिक किल्‍लत से निजात पा सकते हैं. लेकिन जिन लोगों की आय पर फर्क नहीं पड़ा है, उन्हें अपनी ईएमआई समय पर देनी चाहिए.

सवाल- EMI मोरेटोरियम की सुविधा लेने पर फायदा होगा या नुकसान?
जवाब- अगर आप EMI मोरेटोरियम की सुविधा ले रहे हैं तो आपको तात्‍कालिक राहत जरूर है. लेकिन लॉन्‍ग टर्म में आपको ब्‍याज के तौर पर इसकी अतिरिक्‍त कीमत चुकानी होगी. दरअसल, मोहलत अवधि के दौरान जो भी बकाया राशि है, उस पर ब्याज जुड़ता रहेगा. मतलब ये कि बढ़ा हुआ ब्याज आपसे अतिरिक्‍त ईएमआई के जरिये लिया जाएगा.

सवाल-मुझे कितना नुकसान होगा?
जवाब- EMI मोरेटोरियम की सुविधा लेने पर आपको अतिरिक्‍त रकम चुकानी होगी. अगर आपने एसबीआई से 30 लाख रुपये का होम लोन लिया है और इसे लौटाने की अवधि 15 साल बची हुई है. ऐसे में अगर आप 3 महीने की मोहलत अवधि का विकल्प चुनते हैं तो 2.34 लाख रुपये के करीब अतिरिक्त ब्याज देना होगा, ये 8 ईएमआई के बराबर है. इसी तरह, 6 लाख रुपये का कार लोन ले रखा है और उसे लौटाने के लिए 54 महीने का समय बचा है तो आपको 19,000 रुपये करीब अतिरिक्त ब्याज देना होगा, जो 1.5 अतिरिक्त ईएमआई के बराबर है.

सवाल- तो क्‍या ये अतिरिक्‍त रकम एक साथ देना होगा?
जवाब- नहीं, EMI मोरेटोरियम की सुविधा के साथ बैंक ग्राहकों को कुछ विकल्‍प भी दे रहे हैं. पहला विकल्प उन ग्राहकों के लिए है जो मार्च से ही इस सुविधा का लाभ ले रहे हैं ऐसे ग्राहक मोरेटोरियम पीरियड में किस्त नहीं देने पर जो ब्याज बनता है, जून में उसका एक मुश्त भुगतान कर सकते हैं.

वहीं एक विकल्‍प ये भी है कि इस दौरान जो भी ब्याज बने, उसे लोन की बाकी रकम में जोड़ दिया जाए. और उसे बची हुई ईएमआई में बराबर बांट दिया जाए. इससे आपकी ईएमआई बढ़ेगी लेकिन लोन भुगतान की अवधि में कोई बदलाव नहीं होगा.
एक अन्‍य विकल्‍प ये है कि ईएमआई स्थिर रहे और लोन की अवधि बढ़ा दी जाए. मान लीजिए कि आपको अपने लोन की ईएमआई 12 साल तक देनी है तो आप इस अवधि को बढ़ा सकते हैं. इस दौरान ईएमआई तो स्थिर रहेगा लेकिन लोन अवधि खत्‍म होने के बाद अतिरिक्‍त महीनों में भी आपको किस्‍त देनी होगी.

सवाल- मुझे ये सुविधा नहीं लेनी हो तो क्‍या करूं?
जवाब- ऐसी स्थिति में आप पहले की तरह सामान्य तौर पर ईएमआई कटने दें. अगर किसी वजह से आपकी ईएमआई नहीं कट रही है तो बैंक से संपर्क कर इसकी वजह पूछ लें. अगर आप EMI मोरेटोरियम की सुविधा लेना चाहते हैं तो आपको अपने बैंक से संपर्क करना होगा. इसके अलावा बैंक की वेबसाइट, सोशल मीडिया प्‍लेटफॉर्म के जरिए भी मदद ली जा सकती है. आपको बता दें कि EMI मोरेटोरियम की सुविधा बैंक तभी देंगे जब ग्राहक की अनुमति होगी.

अम्फान तूफान से तबाही / बंगाल में 86 मौतें, बिजली-पानी की किल्लत; सेना मदद करेगी; ओडिशा में 44 लाख लोग प्रभावित

पश्चिम बंगाल सरकार ने रेलवे, पोर्ट और प्राइवेट सेक्टर से भी मदद मांगी, एनडीआरएफ की दस और टीमें आज रात तक पहुंच जाएंगी! पश्चिम बंगाल में राहत कार्य के लिए ओडिशा डिजास्टर रैपिड ऐक्शन फोर्स के 500 जवान और फायर डिपार्टमेंट के 500 कर्मी जाएंगे !

पश्चिम बंगाल में 'अम्फान' तूफान की तबाही से मरने वालों की संख्या शनिवार को बढ़कर 86 हो गई। राज्य में बिजली-पानी की सप्लाई को लेकर हाय-तौबा मच गई है। जरूरी सुविधाएं न मिलने के चलते लोगों की परेशानियां बढ़ती जा रही हैं। इन दिक्कतों को देखते हुए पश्चिम बंगाल सरकार ने सेना से मदद मांगी। सेना ने भी इसके लिए मंजूरी दे दी। 5 कॉलम सेना के जवान बंगाल में राहत-बचाव कार्य के लिए तैनात किए जाएंगे। एक कॉलम में 70 जवान होते हैं। इन्हें कोलकाता और आस-पास के जिलों में तैनाती दी जाएगी। 

राज्य सरकार ने ट्वीट किया, ''राज्य सरकार 24X7 राहत कार्य और जरूरी चीजों की सप्लाई में लगी है। राज्य सरकार ने सेना की मदद मांगी है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की टीम को लगाया गया है। रेलवे, पोर्ट और प्राइवेट सेक्टर से भी मदद मांगी गई है। पीने के पानी की व्यवस्था और ड्रेनेज इन्फ्रास्ट्रक्चर को सुधारना हमारी प्राथमिकता है। कई इलाकों में पाउच पैकेट से पानी पहुंचाया जा रहा है। जरूरी जगहों पर जनरेटर लगाए जा रहे हैं। गिरे हुए पेड़ों को हटवाने के लिए कई विभागों की 100 से ज्यादा टीमें लगाई गई हैं।''


गाइडलाइंस में बदलाव / अब हेल्थ वर्कर्स, पुलिस और फ्रंट लाइन वर्कर्स भी हाईड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवा ले सकेंगे, आईसीएमआर ने एडवायजरी जारी की

मलेरिया की दवा है हाईड्रोक्सीक्लोरोक्वीन, अभी तक केवल कोरोना मरीजों को दी जाती थी !
  • आईसीएमआर ने कहा- संक्रमण से बचने के लिए कोरोना वॉरियर्स कर सकते हैं इसका सेवन !





  • कोरोनावायरस के इलाज में प्रयोग होने वाली मलेरिया की दवा हाईड्रोक्सीक्लोरोक्वीन को लेकर इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) ने रिवाइज्ड एडवायजरी जारी की है। अब इसका सेवन कोरोना वॉरियर्स कर सकेंगे। अभी तक इसे केवल लक्षण वाले या फिर कोरोना संक्रमितों को दिया जाता था।
    आईसीएमआर ने कहा कि अस्पतालों में लोगों का इलाज में जुटे एसिम्प्टमेटिक हेल्थकेयर, कंटेनमेंट जोन में तैनात फ्रंटलाइन वर्कर, पुलिस, सशस्त्र बल के जवान भी हाइड्रोक्सीक्लोरोक्ववीन का सेवन कर सकते हैं। काउंसिल ने यह फैसला राष्ट्रीय स्तर पर दवा के असर को लेकर स्टडी करने वाली नेशनल टास्क फोर्स की रिपोर्ट के बाद किया है। हालांकि काउंसिल ने यह भी साफ किया है कि ये दवा केवल ऐहतियात के तौर पर लेनी चाहिए। इसे लेने का मतलब ये नहीं है कि आपको कोरोना नहीं हो सकता है। 

    कमेटी ने स्टडी में पाया कि इससे संक्रमण के दर में कमी होती है
    नेशनल टास्क फोर्स के विशेषज्ञों ने कोरोना प्रभावित और गैर कोरोना प्रभावित इलाकों में काम करने वाले सभी स्वास्थ्यकर्मियों पर इसका अध्ययन किया। विशेषज्ञों ने पाया कि इससे संक्रमण की दर कम होती है। इसमें कहा गया है कि यह दवा उन लोगों को नहीं देनी चाहिए, जो रेटिना संबंधी बीमारी से ग्रसित हैं। विशेषज्ञों ने कहा कि इस दवा को 15 साल से कम आयु के बच्चों तथा गर्भवती और दूध पिलाने वाली महिलाओं को न दिया जाए। दवा औपचारिक सहमति के साथ किसी डॉक्टर की निगरानी में दी जाए।

    कई देशों को भेजी गई दवा 
    कोरोना संक्रमण से पूरी दुनिया प्रभावित है। दुनिया के बड़े-बड़े देश इसकी वैक्सीन तैयार करने में जुटे हैं। कई विशेषज्ञों ने शुरूआत में ही पाया कि हाईड्रोक्सीक्लोरोक्वीन की दवा कोरोना के इलाज में काफी प्रभावी है। इसके बाद अमेरिका, इजरायल सहित कई देशों को भारत ने ये दवा सप्लाई की। भारत इस दवा का बड़ा सप्लायर है। 


Friday, 22 May 2020

रोहतक-हिसार समेत हरियाणा के सभी जिलों के लिए गाइडलाइन जारी

रोहतक। हरियाणा की मनोहर सरकार ने लॉकडाउन 4 के खत्म होने से पहले ही छूट का मेला लगा दिया है। आज से प्रदेश के सभी 22 जिलों में नाई की दुकान, सैलून व ब्यूटी पार्लर खोलने की पूरी छूट दे दी गई है। मैरिज व बैंक्वेट हॉल में भी समारोह के लिए लगा प्रतिबंध हटा दिया है। इसके लिए सरकार की तरफ से सभी जिलों के लिए गाइडलाइन भी जारी की गई हैं। हालांकि सरकार ने छूट के साथ कई अहम नियम भी बनाए है ताकि कोरोना के संक्रमण को रोका जा सके।
इतना ही नहीं, मनोहर सरकार ने शहरों में बाजारों के रविवार या अन्य किसी दिन होने वाले साप्ताहिक अवकाश को भी खत्म कर दिया है। क्योंकि बाजारों में प्रतिदिन 50 फीसदी दुकानें खोलने की इजाजत दी गई है। इसलिए प्रत्येक दुकान का वैसे भी दूसरे दिन ही नंबर आ रहा है। इसलिए यह निर्णय लिया गया है।

कोरोना के संक्रमण को रोकने और शारीरिक क्षमता तथा दक्षता बढाने में आयुर्वेदिक पद्घति बहुत ही फायदेमंद-- आयुर्वेद में समाहित औषधियों के सेवन और विधी को लेकर समुचे प्रदेश में लोगों को जागरूक कर रहे हैं, आयुष विभाग के प्रचार वाहन-वसभी जिलों में आयुर्वेद पद्घति पर आधारित साहित्य किया जा रहा है वितरित:- गृह, स्वास्थ्य एवं आयुष मंत्री अनिल विज।

कोरोना के संक्रमण को रोकने और शारीरिक क्षमता तथा दक्षता बढाने में आयुर्वेदिक पद्घति बहुत ही फायदेमंद-- आयुर्वेद में समाहित औषधियों के सेवन और विधी को लेकर समुचे प्रदेश में लोगों को जागरूक कर रहे हैं, आयुष विभाग के प्रचार वाहन-वसभी जिलों में आयुर्वेद पद्घति पर आधारित साहित्य किया जा रहा है वितरित:- गृह, स्वास्थ्य एवं आयुष मंत्री  अनिल विज।
--हरियाणा के गृह, स्वास्थ्य एवं आयुष मंत्री अनिल विज ने अम्बाला छावनी के शास्त्री नगर से आयुष विभाग के प्रचार वाहन को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना।
अम्बाला में कोरोना के संक्रमण को रोकने और शारीरिक क्षमता और दक्षता बढ़ाने में आयुर्वेदिक पद्घति बहुत ही फायदेमंद है। आयुर्वेद में सम्माहित औषधियां कोरोना से लडऩे में मदद करती हैं तथा शारीरिक ताकत को बढ़ाने का काम करती है। समूचे हरियाणा प्रदेश में आयुर्वेदिक पद्घति का प्रचार और प्रसार जारी है। प्रदेश के सभी जिलों में लाखों की संख्या में पम्फलेट और प्रचार साहित्य वितरित किया जा रहा है। यह जानकारी हरियाणा के गृह, स्वास्थ्य एवं आयुष मंत्री अनिल विज ने अम्बाला छावनी के शास्त्री कालोनी से आयुष विभाग द्वारा तैयार प्रचार वाहन को झंडी देने उपरांत दी। उन्होंने कहा कि बदलते परिवेश में आयुर्वेद पद्घति का महत्व बढ़ा है। हमें पद्घति को अंगीकृत करते हुए इसका लाभ उठाने की जरूरत है।
उन्होंने यह भी कहा कि समूचा विश्व कोरोना माहामारी से जूझ रहा है और हम भी इससे अछूते नही हैं। सरकार द्वारा हर तरीके से कोरोना के संक्रमण को रोकने के प्रयास जारी हैं। इसमें हमें आशातीत सफलता भी मिल रही है। जरूरत इस बात की है कि लोग सरकार द्वारा जारी निर्देशों की पालना के तहत सामाजिक दूरी बनाएं रखें, मास्क इत्यादि का प्रयोग करें, हैंड सैनिटाइजर व साबुन से हाथ साफ करते रहें। आयुर्वेदिक चिकित्सकों द्वारा बताई गई औषधियों का भी उनकी सलाह से प्रयोग करते रहें ताकि शरीर की क्षमता और मजबूत हो सके।
इस अवसर पर डा0 सतपाल जिला आयुर्वेदिक अधिकारी अम्बाला ने बताया कि इस अभियान में जागृति वाहन के साथ -साथ एक लाख पैम्पफलेट का भी वितरण किया जा रहा है जिनमें आयुष मंत्रालय के द्वारा सुझायें गए तरीकों को अपनाने बारें विस्तार से बताया गया है। यह प्रचार वाहन जिले के सभी ब्लॉक व गांव - गांव में जाकर आम जनता को कोविड से बचाव के लिए जागृत करेगा। उन्होने बताया कि विभिन्न विभागों के जरुरी सेवाओं में जुटे कोरोना योद्वाओं की इम्यूनिटी पावर(रोग प्रतिरोधक क्षमता) बढाने को आयुष मंत्रालय द्वारा चुनी गई आयुर्वेदिक औषधियों जैसे गुढुची घन वटी, शमसनी वटी, अनु तेल बांटी गई। इसमें मुख्यत: पंचायती राज विभाग के कर्मचारी, पुलिस विभाग के कर्मचारी, नगर निगम के सभी अधिकारी एवं कर्मचारी तथा वृद्वाश्रमों में रहने वाले वृद्व लोगों सहित लगभग 18000 कोरोना योद्वाओ को ये दवाईयां बांटी गई।          
      जिला आयुर्वेद अधिकारी ने बताया कि आयुष विभाग के चिकित्सक डॉ0 गौरव गर्ग, डॉ मिनाक्षी, डॉ0 राजेश, अम्बाला शहर सामान्य अस्पताल में एंव डॉ0 शैफ ाली, डॉ0 अपनदीप व डॉ0 ताहिरा बेगम अम्बाला कैन्ट सामान्य अस्पताल में कोविड 19 फ ल्यू ओ0पी0डी0 में अपनी सेवांए दे रहे है एंव अन्य एन0एच0एम0 आयुष विभाग के अन्तर्गत कार्यरत सभी आयुर्वेदिक एंव हॉम्योपैथिक चिकित्सक अधिकारी अपने अपने केन्द्रो पर एंव विभिन्न मोबाईल टीमो द्वारा अपनी सेवांए दे रहे है।
इस अवसर पर डा0 दर्शन कुमार, डा0 सतपाल, डा0 गौरव व श्री जय भगवान आयुर्वेदिक फार्मासिस्ट सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

शर्तों के साथ खुलेंगे बैक्वेंट हाल - आर.एस.वर्मा(उपायुक्त) 50 से अधिक न हो प्रतिभागियों की संख्या, सामाजिक दूरी व स्वच्छता का रखना होगा ध्यान, कंटेनमेंट जोन में रहेगी पाबंदी- फेस कवर करना होगा अनिवार्य ।

रोहतक में शर्तों के साथ खुलेंगे बैक्वेंट हाल - आर.एस.वर्मा उपायुक्त
- 50 से अधिक न हो प्रतिभागियों की संख्या
- सामाजिक दूरी व स्वच्छता का रखना होगा ध्यान
- कंटेनमेंट जोन में रहेगी पाबंदी
- फेस कवर करना होगा अनिवार्य 
रोहतक, 22 मई : जिलाधीश आर.एस.वर्मा ने कोविड-19 के सामुदायिक संक्रमण को रोकने हेतु लागू लॉकडाउन के दौरान केन्द्रीय गृह मंत्रालय द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के तहत बैक्वेंट हाल को शर्तों के साथ खोलने की अनुमति प्रदान की है। 
जिलाधीश द्वारा जारी आदेशों के तहत 2000 वर्ग फुट कवर्ड क्षेत्र में बने बैक्वेंट हाल शादी व अन्य कार्यक्रमों हेतु प्रतिदिन सुबह-10 बजे से सायं-6 बजे तक खुल सकेंगे। विवाह पार्टी में प्रतिभागियों की संख्या 50 से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। बैक्वेंट हाल में सोशल डिस्टेंसिंग व सफाई को सुनिश्चित रखते हुए कैटरिंग सेवाओं को भी अनुमति प्रदान की गई है। 
कंटेनमेंट जोन में स्थित बैक्वेंट हाल में शादी की गतिविधियों को अनुमति प्रदान नहीं की जाएगी। उपरोक्त आदेश हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण की मार्किट में स्थित मॉल व कॉम्पलैक्स के अतिरिक्त अन्य वाणिज्यिक दुकानों पर लागू होंगे। बैक्वेंट हाल के संचालक द्वारा हाल में पार्क किए गए प्रत्येक वाहन को सेनिटाइज करवाया जाएगा। बैक्वेंट हाल के श्रमिकों एवं शादी में प्रतिभागियों द्वारा मास्क या फेस कवर अनिवार्य रूप से पहना जाएगा।  बैक्वेंट हाल में सामाजिक दूरी का पालन करने हेतु 6 फुट का गैप बनाया जाएगा। बैक्वेंट हाल में हैंड सेनिटाइजर की उपलब्धता अनिवार्य होगी। प्रत्येक प्रतिभागी की डिलिंग के उपरांत काउंटर डैस्क व कुर्सीयों को सेनिटाइज करवाया जाएगा तथा प्रतिदिन बैक्वेंट हाल को तीन घंटे के बाद सेनिटाइज करवाया जाएगा। सडक़ों पर वाहन पार्किंग नहीं किए जाएंगे। बैक्वेंट हाल संचालक द्वारा सभी आदेशों की पालना सुनिश्चित की जाएगी। उल्लंघना होने पर दंडनीय कार्रवाई की जाएगी।
बैक्वेंट हाल संचालकों द्वारा स्वयं तथा सभी प्रतिभागियों के मोबाइल में आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करवाया जाएगा। दस वर्ष की आयु से कम बच्चों को छोडक़र इस एप के डाउनलोड किए बिना किसी को भी बैक्वेंट हाल में जाने की अनुमति नहीं होगी। थूकना एक अपराध है तथा सार्वजनिक स्थल पर थूकने पर प्रत्येक अपराध हेतु कम से कम 200 रूपए का जुर्माना किया जाएगा। संबंधित उपमंडलाधीश एवं इंसीडेंट कमाण्डर अपने क्षेत्रों में इन आदेशों का सख्ती से पालन करवाएंगे। बैक्वेंट हाल में भीड़ एकत्रित न हो तथा सामाजिक दूरी का पालन करवाने हेतु सीएमसी रोहतक, नगरपालिकाओं महम, कलानौर व सांपला के सचिव, सहायक श्रम आयुक्त, ड्रग कंट्रोल अधिकारी, खाद्य सुरक्षा अधिकारी, टै्रफिक एसएचओ द्वारा निरीक्षण किया जाएगा। इन आदेशों की उल्लंघना करने पर बैक्वेंट हाल को खोलने की अनुमति स्वतं ही रद्द हो जाएगी तथा उल्लंघना करने वालों के विरूद्घ आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की धारा-51 से 60 के अतिरिक्त भारतीय दंड संहिता की धारा-188 एवं अन्य कानूनी प्रावधानों के तहत कार्रवाई की जाएगी।

विश्व में भारत का बढ़ता दबदबा डॉ हर्ष वर्धन ने विश्व स्वास्थ्य संगठन का पद भार संभाला ।

विश्व में भारत का बढ़ता दबदबा

#देश के #स्वास्थ्य मंत्री आदरणीय डॉ #हर्षवर्धन ने संभाला WHO के  #एग्जीक्यूटिव बोर्ड के #चेयरमैन का पद। आपके ऊर्जावान नेतृत्व में डब्ल्यूएचओ के हर फैसले धरातल पर लोगों तक पहुंचेंगे। आपको ढेर सारी #शुभकामनाएं। 

#IndiaFirst #WHO #HarshVardhan

वट सावित्री व्रत का महत्व, जिसे बड़ अमावस्या भी कहा जाता है ।

वट सावित्रि व्रत का महत्व 

जैसा कि इस व्रत के नाम और कथा से ही ज्ञात होता है कि यह पर्व हर परिस्थिति में अपने जीवनसाथी का साथ देने का संदेश देता है। इससे ज्ञात होता है कि पतिव्रता स्त्री में इतनी ताकत होती है कि वह यमराज से भी अपने पति के प्राण वापस ला सकती है। वहीं सास-ससुर की सेवा और पत्नी धर्म की सीख भी इस पर्व से मिलती है। मान्यता है कि इस दिन सौभाग्यवती स्त्रियां अपने पति की लंबी आयु, स्वास्थ्य और उन्नति और संतान प्राप्ति के लिये यह व्रत रखती हैं।

#वट_सावित्रि_व्रत_पूजा_विधि 
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सामग्री
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सत्यवान-सावित्री की मूर्ति,, कपड़े की बनी हुई
बाँस का पंखा
लाल धागा
धूप
मिट्टी का दीपक
घी
फूल
फल( आम, लीची तथा अन्य फल)
कपड़ा – 1.25 मीटर का दो
सिंदूर
जल से भरा हुआ पात्र
रोली
#पूजा_विधि
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वट सावित्रि व्रत में वट यानि बरगद के वृक्ष के साथ-साथ सत्यवान-सावित्रि और यमराज की पूजा की जाती है। माना जाता है कि वटवृक्ष में ब्रह्मा, विष्णु और महेश तीनों देव वास करते हैं। अतः वट वृक्ष के समक्ष बैठकर पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। वट सावित्री व्रत के दिन सुहागिन स्त्रियों को प्रातःकाल उठकर स्नान करना चाहिये इसके बाद रेत से भरी एक बांस की टोकरी लें और उसमें ब्रहमदेव की मूर्ति के साथ सावित्री की मूर्ति स्थापित करें। इसी प्रकार दूसरी टोकरी में सत्यवान और सावित्री की मूर्तियाँ स्थापित करें दोनों टोकरियों को वट के वृक्ष के नीचे रखे और ब्रहमदेव और सावित्री की मूर्तियों की पूजा करें। तत्पश्चात सत्यवान और सावित्री की मूर्तियों की पूजा करे और वट वृक्ष को जल दे वट-वृक्ष की पूजा हेतु जल, फूल, रोली-मौली, कच्चा सूत, भीगा चना, गुड़ इत्यादि चढ़ाएं और जलाभिषेक करे। 
फिर निम्न श्लोक से सावित्री को अर्घ्य दें

अवैधव्यं च सौभाग्यं देहि त्वं मम सुव्रते।
पुत्रान्‌ पौत्रांश्च सौख्यं च गृहाणार्घ्यं नमोऽस्तु ते॥ 

इसके बाद निम्न श्लोक से वटवृक्ष की प्रार्थना करें
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यथा शाखाप्रशाखाभिर्वृद्धोऽसि त्वं महीतले।
तथा पुत्रैश्च पौत्रैश्च सम्पन्नं कुरु मा सदा॥
पूजा में जल, मौली, रोली, कच्चा सूत, भिगोया हुआ चना, फूल तथा धूप का प्रयोग करें।

जल से वटवृक्ष को सींचकर उसके तने के चारों ओर कच्चा धागा लपेटकर तीन बार अथवा यथा शक्ति 5,11,21,51, या 108 बार परिक्रमा करें।  बड़ के पत्तों के गहने पहनकर वट सावित्री की कथा सुनें। फिर बाँस के पंखे से सत्यवान-सावित्री को हवा करें। बरगद के पत्ते को अपने बालों में लगायें। भीगे हुए चनों का बायना निकालकर, नकद रुपए रखकर सासुजी के चरण-स्पर्श करें। यदि सास वहां न हो तो बायना बनाकर उन तक पहुंचाएं। वट तथा सावित्री की पूजा के पश्चात प्रतिदिन पान, सिन्दूर तथा कुंमकुंम से सौभाग्यवती स्त्री के पूजन का भी विधान है। यही सौभाग्य पिटारी के नाम से जानी जाती है। सौभाग्यवती स्त्रियों का भी पूजन होता है। कुछ महिलाएं केवल अमावस्या को एक दिन का ही व्रत रखती हैं अपनी सामर्थ्य के हिसाब से पूजा समाप्ति पर ब्राह्मणों को वस्त्र तथा फल आदि वस्तुएं बांस के पात्र में रखकर दान करें। घर में आकर पूजा वाले पंखें से अपने पति को हवा करें तथा उनका आशीर्वाद लें। 

अंत में निम्न संकल्प लेकर उपवास रखें।

मम वैधव्यादिसकलदोषपरिहारार्थं ब्रह्मसावित्रीप्रीत्यर्थं
सत्यवत्सावित्रीप्रीत्यर्थं च वटसावित्रीव्रतमहं करिष्ये।

उसके बाद शाम के वक्त मीठा भोजन करे।

#वट_सावित्रि_व्रत_की_कथा
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वट सावित्रि व्रत की यह कथा सत्यवान-सावित्रि के नाम से उत्तर भारत में विशेष रूप से प्रचलित हैं। कथा के अनुसार एक समय की बात है कि मद्रदेश में अश्वपति नाम के धर्मात्मा राजा का राज था। उनकी कोई भी संतान नहीं थी। राजा ने संतान हेतु यज्ञ करवाया। कुछ समय बाद उन्हें एक कन्या की प्राप्ति हुई जिसका नाम उन्होंने सावित्री रखा। विवाह योग्य होने पर सावित्री के लिए द्युमत्सेन के पुत्र सत्यवान को पतिरूप में वरण किया। सत्यवान वैसे तो राजा का पुत्र था लेकिन उनका राज-पाट छिन गया था और अब वह बहुत ही द्ररिद्रता का जीवन जी रहे थे। उसके माता-पिता की भी आंखो की रोशनी चली गई थी। सत्यवान जंगल से लकड़ियां काटकर लाता और उन्हें बेचकर जैसे-तैसे अपना गुजारा कर रहा था। जब सावित्रि और सत्यवान के विवाह की बात चली तो नारद मुनि ने सावित्रि के पिता राजा अश्वपति को बताया कि सत्यवान अल्पायु हैं और विवाह के एक वर्ष बाद ही उनकी मृत्यु हो जाएगी। हालांकि राजा अश्वपति सत्यवान की गरीबी को देखकर पहले ही चिंतित थे और सावित्रि को समझाने की कोशिश में लगे थे। नारद की बात ने उन्हें और चिंता में डाल दिया लेकिन सावित्रि ने एक न सुनी और अपने निर्णय पर अडिग रही। अंततः सावित्री और सत्यवान का विवाह हो गया। सावित्री सास-ससुर और पति की सेवा में लगी रही। नारद मुनि ने सत्यवान की मृत्यु का जो दिन बताया था, उसी दिन सावित्री भी सत्यवान के साथ वन को चली गई। वन में सत्यवान लकड़ी काटने के लिए जैसे ही पेड़ पर चढ़ने लगा, उसके सिर में असहनीय पीड़ा होने लगी और वह सावित्री की गोद में सिर रखकर लेट गया। कुछ देर बाद उनके समक्ष अनेक दूतों के साथ स्वयं यमराज खड़े हुए थे। जब यमराज सत्यवान के जीवात्मा को लेकर दक्षिण दिशा की ओर चलने लगे, पतिव्रता सावित्री भी उनके पीछे चलने लगी। आगे जाकर यमराज ने सावित्री से कहा, ‘हे पतिव्रता नारी! जहां तक मनुष्य साथ दे सकता है, तुमने अपने पति का साथ दे दिया। अब तुम लौट जाओ’ इस पर सावित्री ने कहा, ‘जहां तक मेरे पति जाएंगे, वहां तक मुझे जाना चाहिए। यही सनातन सत्य है’ यमराज सावित्री की वाणी सुनकर प्रसन्न हुए और उसे वर मांगने को कहा। सावित्री ने कहा, ‘मेरे सास-ससुर अंधे हैं, उन्हें नेत्र-ज्योति दें’ यमराज ने ‘तथास्तु’ कहकर उसे लौट जाने को कहा और आगे बढ़ने लगे किंतु सावित्री यम के पीछे ही चलती रही यमराज ने प्रसन्न होकर पुन: वर मांगने को कहा। सावित्री ने वर मांगा, ‘मेरे ससुर का खोया हुआ राज्य उन्हें वापस मिल जाए’ यमराज ने ‘तथास्तु’ कहकर पुनः उसे लौट जाने को कहा, परंतु सावित्री अपनी बात पर अटल रही और वापस नहीं गयी। सावित्री की पति भक्ति देखकर यमराज पिघल गए और उन्होंने सावित्री से एक और वर मांगने के लिए कहा तब सावित्री ने वर मांगा, ‘मैं सत्यवान के सौ पुत्रों की मां बनना चाहती हूं। कृपा कर आप मुझे यह वरदान दें’ सावित्री की पति-भक्ति से प्रसन्न हो इस अंतिम वरदान को देते हुए यमराज ने सत्यवान की जीवात्मा को पाश से मुक्त कर दिया और अदृश्य हो गए। सावित्री जब उसी वट वृक्ष के पास आई तो उसने पाया कि वट वृक्ष के नीचे पड़े सत्यवान के मृत शरीर में जीव का संचार हो रहा है। कुछ देर में सत्यवान उठकर बैठ गया। उधर सत्यवान के माता-पिता की आंखें भी ठीक हो गईं और उनका खोया हुआ राज्य भी वापस मिल गया।

!! जय माता दी !!
पलके झुका के नमन करे, मस्तक झुका के वंदना करे।
ऐसी नज़र दे दे मेरी माँ ,जो बंद होते ही आपके दीदार करे।।
!! जय माता दी  !!

कुरुक्षेत्र में फिर फूटा कोरोना बम, पांच नए केस आए

कुरुक्षेत्र जिले के लाडवा उपमंडल में पांच कोरोना संक्रमित मिले हैं। जिससे स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। दरअसल स्वास्थ्य विभाग की ओर से लाडवा मंडी में सब्जी विक्रेता व आढ़तियों के कोरोना सैंपल लिए थे, जिसमें से पांच लोगों की रिपोर्ट पॉटिजिव आई है।


कुरुक्षेत्र जिला के लाडवा विधानसभा में मिले 5 कारोना पोजिटिव, पॉजिटिव केस मिलने से मचा हड़कंप, प्रशासन इलाके को कंटेन्मेंट जॉन बनाकर सील करने की तैयारी में जुटा. एक केस लाडवा के वार्ड 9 ओर दूसरा केस वार्ड 11, तीसरा केस गांव बकाली, चौथा केस गांव खेड़ी दबदलान ओर पांचवा केस गोरला गांव से मिला है.


कुरुक्षेत्र में अब टोटल एक्टिव केस हुए 11 कुरुक्षेत्र में धीरे धीरे करोना केस का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है।

लाडला विधानसभा के एसडीएम अनिल यादव ने कहा कि लाडवा में पांच कोरोना पोस्टिव के आए हैं इन सभी जगह के एरिया को सील किया जाएगा और इन सभी लोगों की ट्रैवल हिस्ट्री भी जांच की जाएगी कि यह लोग किन किन से कहां कहां मिले हैं फिलहाल इन सभी एरिया को सील करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में धीरे धीरे करोना postiv केस बढ़ते जा रहे हैं। आज लाडवा विधानसभा में पांच करोना पोस्टिव केस आये है

हरियाणा में 15 जुलाई के बाद खुल सकते हैं स्कूल, ये रहेंगे नियम.

कोरोना से बचाव के लिए लगाए गए लॉक डाउन के चलते मार्च से बंद स्कूल 15 जुलाई के बाद खुल सकते हैं। मानव संसाधन विकास मंत्रालय स्कूलों में पढ़ाई के लिए गाइडलाइन तैयार कर रहा है। जो जल्द ही जारी हो सकती है।

स्कूल चलने पर 1 दिन में 33% या 50% बच्चे ही स्कूल जाएंगे। उपलब्ध संसाधनों के आधार पर राज्य सरकार और स्कूल प्रशासन तय करेंगे कि कितने बच्चे बुलाने हैं। छात्रों की संख्या के आधार पर हाथ धोने की सुविधा, टॉयलेट, पीने के पानी के नल इत्यादि बढ़ाने पड़ सकते हैं।

50% छात्रों का फार्मूला लागू करने वाले स्कूलों में छात्र सप्ताह में तीन और 33% का फार्मूला लागू करने वाले स्कूलों में 2 दिन ही स्कूल जाएंगे। बाकी के दिनों में ऑनलाइन पढ़ाई करवाई जाएगी। जून के अंतिम सप्ताह में संक्रमण की स्थिति के आधार पर गाइडलाइंस का रिव्यू किया जाएगा। उसके आधार पर स्कूल खोलने की तारीख में बदलाव हो सकता है। हालांकि स्कूल खोलने का अंतिम फैसला राज्य सरकार व स्कूल प्रशासन का होगा।

गौरतलब है कि सीबीएसई ने 1 से 15 जुलाई के बीच 10वी और 12 वी की परीक्षा करवाने का फैसला किया था। स्कूल खोलने से 2 हफ्ते पहले टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ को सोशल डिस्टेंसिंग और सैनिटाइजेशन की ट्रेनिंग दी जाएगी। बच्चों को भी स्कूल में ध्यान रखी जाने वाली बातों की ट्रेनिंग दी जाएगी।

स्कूल में 1 से ज्यादा एंट्री व एग्जिट प्वाइंट बन सकते हैं। हर क्लास के लिए टॉयलेट और पानी पीने की जगह तय होगी, दूसरे छात्र वहां नहीं आ सकेंगे। अगर किसी क्लास में कोई संक्रमण छात्र मिला तो इस व्यवस्था में केवल एक क्लास के बच्चों को ही क्वॉरेंटाइन करने की जरूरत पड़ेगी। ग्रुप में खेले जाने वाले खेल व बड़े आयोजनों पर पाबंदी रहेगी।

Thursday, 21 May 2020

छोटी EMI से लेकर 2021 से किस्त शुरू करने तक, बिक्री बढ़ाने के लिए कार कंपनियां लाई खास ऑफर

नई दिल्ली। कोरोना संकट की वजह से बिक्री में तेज गिरावट देख चुकी कार कंपनियां अब मांग बढ़ाने के लिए आकर्षक ऑफर लेकर बाजार में उतर रही हैं। टाटा मोटर्स और महिंद्रा ने आसान कर्ज योजनाओं का ऐलान किया है जिसकी मदद से ग्राहक बेहद कम EMI पर कार खरीद सकते हैं। कंपनियों की योजना है कि आसान कर्ज देकर कारों की मांग बढ़ाई जाए जिससे उत्पादन में तेजी आएगी। इस योजनाओं के साथ कुछ शर्तें भी जुडी हुई हैं, जिनको पूरा कर ग्राहक कार घर ले जा सकते हैं!
टाटा मोटर्स ने भी कार खरीदने के इच्छुक लोगों के लिए आसान फाइनेंसिंग की योजनाएं पेश की हैं। इसमें टियागो के लिए आसान किस्त योजना भी दी गई है, जिसमें पहले 6 महीने तक EMI 5000 रुपये प्रति महीना रहेगी (5 साल के लिए 5 लाख के लोन पर), इसके बाद EMI में धीरे धीरे बढ़त की जाएगी। वहीं ऑन रोड कीमत के 100 फीसदी पर कर्ज, लंबी अवधि के कर्ज, कोरोना योद्धाओं (डॉक्टर, नर्स, पुलिस) के लिए खास छूट शामिल हैं।  

घरेलू उड़ानें 25 मई से / वेब चेक-इन के बाद एयरपोर्ट पर एंट्री मिलेगी, फ्लाइट में खाना नहीं मिलेगा; पढ़ें एंट्री से एग्जिट तक आपको क्या-क्या करना होगा


नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बुधवार को कहा कि 25 मई से कुछ डोमेस्टिक फ्लाइट शुरू हो जाएंगी , एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआई) ने आज पैसेंजर और एयरपोर्ट ऑपरेटर्स के लिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (एसओपी) भी जारी कर दिया है। 14 साल तक के बच्चों को छोड़ बाकी सभी यात्रियों को आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करना जरूरी होगा। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने भी गाइडलाइन जारी की हैं।



उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बताया कि शुरुआत में एक तिहाई उड़ानें ही शुरू की जाएंगी। एक बार शुरुआत करने के बाद 4-5 दिन देखेंगे, हालात सही लगे तो 10-15 फीसदी और बढ़ा देंगे।

बहुत से नियमों का पालन करना होगा !

पीएम मोदी ने मानी सीएम ममता बनर्जी की अपील, कल ही करेंगे तूफान प्रभावित बंगाल का दौरा

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को पीएम मोदी से राज्य का दौरा करने की अपील की थी. सीएम ममता की अपील को स्वीकारते हुए पीएम मोदी बंगाल के दौरे पर जाएंगे और हालात का जायजा लेंगे.


  • शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के दौरे पर जाएंगे पीएम मोदी 
  • तूफान प्रभावित क्षेत्रों का करेंगे हवाई सर्वेक्षण
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अम्फान तूफान से प्रभावित पश्चिम बंगाल का दौरा करेंगे.

अम्फान के कारण राज्य के दक्षिणी हिस्से में नुकसान का आकलन करने के लिए पीएम मोदी शुक्रवार को बंगाल जाएंगे. प्रधानमंत्री मोदी सुबह 10.30 बजे कोलकाता एयरपोर्ट पर पहुंचेंगे. इसके बाद पीएम मोदी और ममता बनर्जी कोलकाता सहित उत्तर और दक्षिण 24 परगना के प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे.

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को पीएम मोदी से राज्य का दौरा करने की अपील की थी.सीएम ममता की अपील को स्वीकारते हुए पीएम मोदी बंगाल के दौरे पर जाएंगे और हालात का जायजा लेंगे.

ओडिशा का भी दौरा करेंगे पीएम मोदी

अम्फान तूफान ने ओडिशा में भी नुकसान पहुंचाया है. हालांकि बंगाल के मुकाबले वहां नुकसान कम हुआ है. प्रधानमंत्री कार्यालय के ट्वीट के मुताबिक पीएम मोदी ओडिशा में हुए नुकसान का भी हवाई सर्वेक्षण करेंगे.

भोजन की होम डिलीवरी की अनुमति प्रदान- डीसी आर एस वर्मा, पूर्व से पश्चिम बाएं तथा उत्तर से दक्षिण दिशा दाएं श्रेणी में होंगे शामिल। रात के लिए पेट्रोल पम्प व दवा की दुकानों के लिए जारी होगा रोस्टर ।

भोजन की होम डिलीवरी की अनुमति प्रदान- वर्मा

- पूर्व से पश्चिम बाएं तथा उत्तर से दक्षिण दिशा दाएं श्रेणी में होंगे शामिल 
- मंगलवार को छोडक़र प्रतिदिन खुलेगी मीट की दुकानें
- रात के लिए पेट्रोल पम्प व दवा की दुकानों के लिए जारी होगा रोस्टर 
रोहतक, 21 मई : जिलाधीश आर.एस.वर्मा ने कोविड-19 के सामुदायिक संक्रमण से बचाव हेतु लागू लॉकडाउन के दौरान केन्द्रीय गृह मंत्रालय द्वारा दिन-प्रतिदिन की सार्वजनिक गतिविधियों में दी गई छूट के अंतर्गत आदेश जारी किए हैं कि सभी भोजनालय, रैस्टोरेंट आम जनता को सिट-डाईन सेवाएं उपलब्ध नहीं करवा सकेंगे। उन्हें सुबह 10 बजे से सायं-6 बजे तक केवल होम डिलीवरी व दूसरे स्थान तक खाना ले जाने की अनुमति होगी। इसके अतिरिक्त नगर निगम क्षेत्र में स्थित दुकानों के संदर्भ में भी आदेश जारी किए गए हैं। इस क्षेत्र में निर्धारित कार्यक्रम अनुसार कार्य किया जा सकेगा। मेडिकल हॉल, दूध एवं डेयरी की दुकानों को छोडक़र अन्य सभी दुकानें रविवार को बंद रहेंगी। 
जिलाधीश द्वारा जारी आदेशों के तहत दूध व डेयरी उत्पाद, चाय की दुकानें, फल व सब्जी, मेडिकल हाल, मिठाई की दुकानें, किरयाणा की दुकानें, बेकरी, कीटनाशक, बीज, फर्टीलाइजर, कृषि उपकरण, वीटा बूथ, टायर पंचर, ऑटोमोबाइल शोरूम हर रोज सुबह 7 बजे से सायं-6 बजे तक खुले रह सकेंगे। उपरोक्त गतिविधियों व दुकानों के अंतर्गत बाजारों में स्थित दुकानों के लिए भी आदेश जारी किए गए हैं। पूर्व से पश्चिम दिशा में को बाएं तथा उत्तर से दक्षिण दिशा में भी बाएं का सिद्घांत लागू होगा। इसके तहत मार्किट के दाएं तरफ व सडक़ की तरफ स्थित दुकानें प्रत्येक सोमवार, बुधवार एवं शुक्रवार को सुबह 9 बजे से सायं-6 बजे तक खुलेंगी। मार्किट के बाएं तरफ एवं सडक़ की ओर स्थित दुकानें मंगलवार, वीरवार एवं शनिवार को सुबह 9 बजे से सायं-6 बजे तक खुलेंगी। इसी प्रकार बाएं से दाएं तरफ स्थित दुकानों के संदर्भ में नगर निगम आयुक्त द्वारा निर्णय लिया जाएगा। 
जारी किए गए आदेशों के तहत मीट की दुकानें मंगलवार को छोडक़र प्रतिदिन सुबह 9 बजे से सायं-6 बजे तक खुली रहेंगी। ड्रग कंट्रोल अधिकारी द्वारा आपात्तकालीन स्थिति में दवाईयों की दुकानों हेतु जिलाधीश कार्यालय से रोस्टर की स्वीकृति लेनी होगी, जिसके तहत यह दुकानें सायं-7 बजे से सुबह 7 बजे तक खुली रहेंगी। आपात्तकालीन सेवाओं हेतु सायं-7 बजे से सुबह 7 बजे तक खुले रहने वाले पेट्रोल पम्प का जिला खाद्य एवं पूर्ति नियंत्रक द्वारा अलग से रोस्टर जारी किया जाएगा।
जिलाधीश द्वारा जारी आदेशों के तहत शहरी क्षेत्र जैसे- नगर निगम व नगरपालिकाओं की परिधि में स्थित मार्किट के सभी मॉल एवं मार्किट कॉम्पलैक्स बंद रहेंगे। हालांकि मार्किट व मार्किट कॉम्पलैक्स में आवश्यक वस्तुओं की बिक्री करने वाली दुकानों को खोलने की अनुमति होगी। शहरी क्षेत्र की सभी एकल दुकानें, कॉलोनी की दुकानें एवं रिहायशी परिसरों में स्थित दुकानें खुली रहेंगी। ग्रामीण क्षेत्र में मॉल को छोडक़र सभी दुकानें खुली रहेंगी। कंटेनमेंट जोन में किसी भी दुकान अथवा वाणिज्यिक गतिविधियों को अनुमति नहीं दी जाएगी। 
उपरोक्त आदेश हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण की वाणिज्यिक दुकानों के अतिरिक्त अन्य मार्किट में स्थित मॉल्स एवं शॉपिंग कॉम्पलैक्स पर लागू होंगे। मार्किट क्षेत्र में वाणिज्यिक वाहनों को दिन के समय सुबह 7 बजे से 9 बजे तक लोडिंग व अनलोडिंग की अनुमति दी जाएगी। दुकानदार द्वारा सामाजिक दूरी बनाए रखने हेतु दुकान के सामने निशान लगाने होंगे। दुकानदार व ग्राहकों के लिए मास्क व फेश कवर पहनना अनिवार्य होगा। प्रत्येक दुकान के सामने सामाजिक दूरी के नियमों के पालन हेतु 6 फुट का गैप रखना होगा। दुकान पर हैंड सेनिटाइजर उपलब्ध करवाना होगा। प्रत्येक ग्राहक की डिलिंग के उपरांत दुकान के काउंटर, डैस्क, कुर्सी आदि को सेनिटाइज करना होगा। प्रतिदिन हर तीन घंटे के उपरांत दुकान को भी सेनिटाइज करना होगा। दुकानों के सामने वाहन पार्किंग की अनुमति नहीं होगी। कोई भी दुकानदार दुकान के बाहर कोई सामान नहीं रखेगा। 
जारी आदेशा के तहत सौ वर्ग फुट कवर्ड क्षेत्र में केवल एक व्यक्ति काम कर सकेगा। यदि यह क्षेत्र सौ वर्ग फुट से ज्यादा है तथा दो सौ वर्ग फुट से कम है तो दो व्यक्ति दुकानदार सहित काम कर सकेंगे। दो सौ वर्ग फुट कवर्ड क्षेत्र से ज्यादा जगह में 50 प्रतिशत संख्या से ज्यादा व्यक्ति कार्य नहीं कर सकेंगे। इनकी पालना दुकानदार द्वारा सुनिश्चित की जायेगी अन्यथा अनुमति वापिस ले ली जायेगी। सभी दुकानदार आरोग्य सेतू ऐप अपने मोबाइल में डाउनलोड करेंगे तथा ग्राहकों के मोबाइल में भी इस ऐप को अनिवार्य रूप से डाउनलोड करवायेंगे। सार्वजनिक स्थल पर थूकने पर प्रतिबार जुर्माना किया जायेगा। सीएमसी रोहतक, नगरपालिकाओं के सभी सचिव तथा यातायात एसएचओ व संबंधित एसएचओ द्वारा वाहनों की पार्किंग हेतु उचित स्थानों की पहचान की जाएगी। 
जिलाधीश द्वारा जारी आदेशों के तहत नगर निगम आयुक्त द्वारा विभिन्न मार्किट में स्थित दुकानों को खोलने की प्रणाली को सख्ती से लागू किया जाएगा तथा यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि कोई भी दुकानदार अपनी दुकान के सामने सामान न रखें। रोहतक, महम व सांपला के उपमंडलाधीश एवं इंसिडेंट कमाण्डर अपने क्षेत्रों में इन आदेशों को पूर्णतया लागू करने हेतु जिम्मेवार होंगे। इंसिडेंट कमाण्डर द्वारा आवश्यक गतिविधियों हेतु पास जारी किए जाएंगे। इंसिडेंट कमाण्डर द्वारा सभी संसाधन जुटाए जाएंगे ताकि किसी प्रकार की असुविधा न हो। इसके अतिरिक्त डीईटीसी, कृषि उप-निदेशक, सीएमसी रोहतक तथा महम, कलानौर व सांपला नगरपालिकाओं के सचिव, सहायक श्रम आयुक्त, ड्रग कंट्रोल अधिकारी, खाद्य सुरक्षा अधिकारी, ट्रैफिक पुलिस भी बाजारों में सोशल डिस्टेंस के सिद्घांत को लागू करने व भीड़ एकत्रित न होने देने हेतु अपने संसाधनों का प्रयोग करेंगे। यह हिदायतें कोविड-19 के सामुदायिक संक्रमण से बचाव हेतु केन्द्रीय गृह मंत्रालय द्वारा जारी सलाह के तहत जारी की गई है। ये आदेश आगामी आदेशों तक जारी रहेंगे। इन आदेशों की अवहेलना करने वाले व्यक्ति के खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की धाराओं 51 से 60 तथा भारतीय दंड संहिता की धारा-188 व अन्य कानूनी प्रावधानों के तहत कार्रवाई की जाएगी।

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