संत दर्शन सिंह जी महाराज की 31वीं पुण्यतिथि एवं कविड19 के संकट की इस घड़ी में परम पूजनीय संत राजिन्दर सिंह जी महाराज की अपार दयामेहर से सावन कृपाल रूहानी मिशन की रोहतक शाखा की ओर से गोहाना रोड़ पर स्थित कृपाल आश्रम में रेडक्राॅस सोसायटी के सहयोग से 21वें रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस रक्तदान शिविर में *200* लोगो ने स्वैच्छिक रूप से रक्तदान किया
संत दर्शन सिंह जी फरमाया करते थे कि "नाम हैं आदमी तो क्या, अस्ल में रूहे-इश्क़ हूँ सारी ज़मीं है मेरा घर, सारा जहां मेरा वतन"। संत दर्शन सिंह जी महाराज (1921-1989) भारत के महान सूफ़ी शायरों में से एक थे। महाराज जी का मानवता के प्रति सबसे बड़ा योगदान यही था कि उन्होंने हजारों लोगों को अपने आध्यात्मिक उपदेशो और ध्यान.अभ्यास द्वारा आन्तरिक ज्योति एवं श्रुति से जोड़कर उनका जीवन परिवर्तित कर दिया। संत दर्शन सिंह जी ने 30 मई 1989 को इस भौतिक संसार से विदा ली।
आज 21वें रक्तदान शिविर के अवसर पर रोहतक के डिप्टी कमिशनर श्री आर. एस. वर्मा जी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे, उन्होंने मिशन द्वारा आयोजित रक्तदान शिविर की तहे-दिल से प्रशंसा करते हुए रक्त दाताओ का आभार व्यक्त किया कि कविड 19 के इस मुश्किल घड़ी में रक्तदान का कार्य बेहद प्रशंसा के पात्र हैं। मानवता की भलाई के लिए सावन कृपाल रूहानी मिशन द्वारा अनेक प्रकार के समाज-कल्याण कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं जोकि हम सबके लिए मानव-सेवा का एक जीता-जागता उदाहरण हैं।
कोविड़ 19 की इस मुश्किल समय में मिशन के अलग अलग सेंटर्स द्वारा पिछले कुछ दिनों से रक्तदान शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। इसके अलावा सावन कृपाल रूहानी मिशन द्वारा देशभर के प्रमुख शहरों व अन्य राज्यों में लगभग 300 सेंटरों के माध्यम से अपने स्थानीय/जिला प्रशासन की अनुमति से हजारों गरीब व जरूरतमंद परिवारों को प्रतिदिन आवश्यक खाद्य सामग्री, अन्य आवश्यक सामग्री का वितरण भी किया जा रहा है। संत राजिन्दर सिंह जी महाराज के सान्निध्य में कार्यरत सावन कृपाल रूहानी मिशन प्राकृतिक आपदाओं के समय मानव-सेवा के कल्याण हेतु रक्तदान के लिए हमेशा तत्पर रहता है।
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