Friday, 19 February 2021

पेंशन धारकों के लिए बड़ी ख़बर, जल्दी जमा करवाएं ये दस्तावेज़ नहीं तो कट सकती है पेंशन !

 हरियाणा के पेंशन धारकों के लिए बेहद महत्वपूर्ण ख़बर , समाज कल्याण विभाग ने जारी किया नोटिस , राज्य में बुढ़ापा पेंशन, विधवा पेंशन , विकलांग पेंशन लेने वाले लाभार्थियों को जल्द ही अपना परिवार पहचान पत्र और आधार कार्ड हर जिले के समाज कल्याण विभाग अधिकारी के पास लिंक करवाना है ! जो भी लाभार्थी ऐसा करने में असफल रहते हैं उनकी पेंशन तत्काल रूप से काट दी जा सकती है !


 

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कुरुक्षेत्र में जिला समाज कल्याण कुरुक्षेत्र की और से जिला कार्यालय से पेंशन लेने वाले सभी लाभार्थियों से रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर परिवार पहचान पत्र और आधार कार्ड की फोटो कॉपी 28 फरवरी तक जमा करवाने को कहा गया है !

 


 


Sunday, 14 February 2021

PM ने देश को दिए स्वदेशी टैंक:नरेंद्र मोदी ने तमिलनाडु में सेना को सौंपे 118 अर्जुन टैंक, 8400 करोड़ की लागत से DRDO ने तैयार किए

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज तमिलनाडु और केरल के दौरे पर हैं। चेन्नई में उन्होंने 118 हाईटेक अर्जुन टैंक (MK-1A) सेना को सौंप दिए। प्रधानमंत्री ने सलामी भी दी। इस दौरान आर्मी चीफ एमएम नरवणे भी मौजूद रहे। इस टैंक को DRDO ने 8400 करोड़ की लागत से तैयार किया है।

मोदी ने पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी। कहा, "कोई भी भारतीय आज का दिन नहीं भूल सकता है। दो साल पहले आज ही के दिन पुलवामा में हमला हुआ था। हम उन सभी शहीदों को श्रद्धांजलि देते हैं, जिन्होंने उस हमले में अपनी जान गंवा दी थी। हमें अपने सुरक्षा बलों पर गर्व है। उनका साहस आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देता रहेगा। आज मैंने देश में बने और डिजाइन किए गए अर्जुन मेन बैटल टैंक देश को सौंपे हैं।'

प्रधानमंत्री ने चेन्नई में कहा, "वणक्कम चेन्नई, वणक्कम तमिलनाडु। ये शहर ऊर्जा और सकारात्मकता से भरा है। यहां जोरदार स्वागत के लिए धन्यवाद। आपके प्यार और स्नेह से अभिभूत हूं। चेन्नई में हमने 3 इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट की शुरुआत की। ये प्रोजेक्ट देश के विकास के प्रतीक हैं। ये तमिलनाडु के विकास को दिखाते हैं।'

चेन्नई में इन परियोजनाओं का शुभारंभ किया
- चेन्नई मेट्रो रेल फेज-1 एक्सटेंशन का उद्घाटन हुआ।
- रेलवे इलेक्ट्रिफिकेश का उद्घाटन।
- सेना को अर्जुन मेन बैटल टैंक (MK-1A) सौंपा गया।
- ग्रैंड एनीकट कैनल सिस्टम के रिनोवेशन, एक्सटेंशन और मॉर्डनाइजेशन की आधारशिला रखी गई।

अब कोच्चि में इन योजनाओं की शुरुआत होगी
- कोच्चि में BPCL की 6,000 करोड़ रुपए की प्रोपलीन डेरिवेटिव्स पेट्रोकेमिकल्स परियोजना।
- कोचीन पोर्ट पर 25 करोड़ रुपए की लागत वाले अंतरराष्ट्रीय क्रूज टर्मिनल सागरिका।
- कोचीन पोर्ट के रिनोवेशन और एक्सटेंशन वर्क की आधारशिला रखेंगे।

 

 

Saturday, 13 February 2021

वैलेंटाइन डे को गल्त मतलब से न लिया जाये ये सिर्फ प्यार इज़हार का प्रतीक !

वैलेंटाइन दिवस या संत वैलेंटाइन दिवस -  एक अवकाश दिवस है, जिसे 14 फ़रवरी को अनेकों लोगों द्वारा दुनिया भर में मनाया जाता है। अंग्रेजी बोलने वाले देशों में, ये एक पारंपरिक दिवस है, जिसमें प्रेमी एक दूसरे के प्रति अपने प्रेम का इजहार वैलेंटाइन कार्ड भेजकर, फूल देकर करते हैं।


ये छुट्टी शुरुआत के कई क्रिश्चियन शहीदों में से दो, जिनके नाम वैलेंटाइन थे, के नाम पर रखी गयी है उच्च मध्य युग में, जब सभ्य प्रेम की परंपरा पनप रही थी, जेफ्री चौसर के आस पास इस दिवस का सम्बन्ध रूमानी प्रेम के साथ हो गया।




ये दिन प्रेम पत्रों के "वैलेंटाइन" के रूप में पारस्परिक आदान प्रदान के साथ गहरे से जुड़ा हुआ है। आधुनिक वैलेंटाइन के प्रतीकों में शामिल हैं दिल के आकार का प्रारूप, कबूतर और पंख वाले क्यूपिड का चित्र.19वीं सदी के बाद से, हस्तलिखित नोट्स की जगह बड़े पैमाने पर बनाने वाले ग्रीटिंग कार्ड्स ने ले ली है।


ग्रेट ब्रिटेन में उन्नीसवीं शताब्दी में वैलेंटाइन का भेजा जाना एक फैशन था और, 1847 में, एस्थर हौलैंड ने अपने वोर्सेस्टर, मैस्साचुसेट्स स्थित घर में ब्रिटिश मॉडलों पर आधारित घर में ही बने कार्ड्स द्वारा एक सफल व्यवसाय विकसित कर लिया था। 


19 वीं सदी के अमेरिका में वैलेंटाइन कार्ड की लोकप्रियता जहां कई वैलेंटाइन कार्ड अब सामान्य ग्रीटिंग कार्ड प्यार की घोषणाओं के बजाय, संयुक्त राज्य अमेरिका में छुट्टियों के भविष्य व्यावसायीकरण के एक अग्रदूत था रहे हैं।


अमेरिका ने ग्रीटिंग कार्ड एसोसिएशन का अनुमान है कि लगभग एक अरब वैलेंटाइन हर साल पूरी दुनिया में भेजे जाते हैं, जिसके कारण क्रिसमस के बाद, इस छुट्टी को कार्ड भेजने वाले दूसरे सबसे बड़े दिवस के रूप में जाना जाता है। एसोसिएशन का अनुमान है कि औसतन अमरीका में पुरुष महिलाओं के मुकाबले दुगना पैसा खर्चा करते हैं। हालाकि, भारतीय संस्कृति में वैलेंटाइन दिवस जैसे दिवस का कोई प्रचलन नहीं है, यह दिवस पूरी तरह से समाज नाशक है। खासतौर से युवाओं पर इसका बहुत नाकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

सरकारी नौकरी:संस्कृत विषय में पीजीटी टीचर के 534 पदों पर भर्ती के लिए करें आवेदन, 16 फरवरी से शुरू होगी एप्लीकेशन प्रॉसेस

 हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (HSSC) ने संस्कृत विषय के पीजीटी अध्यापकों की भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। आयोग ने संस्कृत पीजीटी की कुल 534 रिक्तियों को भरने के लिए कैंडिडेट्स से ऑनलाइन आवेदन मांगे हैं। इच्छुक कैंडिडेट्स 16 फरवरी से आयोग की ऑफिशियल वेबसाइट hssc.gov.in के जरिए ऑनलाइन अप्लाई कर सकते है। आवेदन की आखिरी तारीख 3 मार्च तय की गई है।

 

  
पदों की संख्या- 534 पद
 
सामान्य 325
एससी 119
बीसीए 59
बीसीबी31
 

योग्यता

इन पदों के लिए आवेदन करने वाले कैंडिडेट्स ने मैट्रिक या हायर क्लासेस हिंदी / संस्कृत विषय में से किसी एक विषय के साथ पास की हो। साथ ही संबंधित विषय के लिए हरियाणा शिक्षक पात्रता परीक्षा (HTET) / स्कूल शिक्षक पात्रता परीक्षा (STET) का सर्टिफिकेट भी होने चाहिए। इसके अलावा कैंडिडेट्स के पास संस्कृत विषय में मास्टर डिग्री और बीएड की डिग्री भी होनी चाहिए।

आयु सीमा

पीजीटी के पद पर अप्लाई करने के लिए कैंडिडेट्स की उम्र 18 साल से कम और 42 साल से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। हालांकि, रिजर्व कैटेगरी के कैंडिडेट्स को अधिकतम आयु सीमा में तीन वर्ष की छूट मिलेगी।

जरूरी तारीखें

  • आवेदन शुरू होने की तारीख- 16 फरवरी
  • आवेदन की आखिरी तारीख- 03 मार्च
  • आवेदन शुल्क जमा करने की आखिरी तारीख- 06 मार्च
  • लिखित परीक्षा की तारीख- 14 मार्च

एप्लीकेशन फीस

जनरल कैटेगरी और हरियाणा से बाहर के सभी कैंडिडेट्स

  • मेल- 500 रुपए
  • फीमेल - 125 रुपए

हरियाणा के एससी, बीसी और ईडब्ल्यूएस

  • मेल- 125 रुपए
  • फीमेल- 75 रुपए

सिलेक्शन प्रॉसेस

इन पदों के लिए कैंडिडेट्स का सिलेक्शन लिखित परीक्षा और सामाजिक-आर्थिक मानदंड और अनुभव में प्राप्त मार्क्स के आधार पर किया जाएगा।

ऐसे करें आवेदन

योग्य और इच्छुक कैंडिडटे्स 16 फरवरी से 03 मार्च तक आयोग की ऑफिशियल वेबसाइट hssc.gov.in के जरिए ऑनलाइन आवेदन अप्लाई कर सकते हैं। ज्यादा जानकारी के लिए ऑफिशियल नोटिफिकेशन देख सकते हैं।

 

 

डोभाल की सुरक्षा बढ़ाई गई:जैश आतंकी ने की थी NSA के दफ्तर की रेकी, पाकिस्तानी हैंडलर डॉक्टर को भेजने वाला था वीडियो

 

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सुरक्षा एजेंसियों ने ये कदम उनके दफ्तर की रेकी का वीडियो मिलने के बाद उठाया है। दरअसल, 6 फरवरी को कश्मीर के शोपियां में रहने वाले जैश-ए-मोहम्मद का आतंकी गिरफ्तार किया गया था। उससे पूछताछ में ही ये वीडियो सामने आया है। आतंकी को ये वीडियो अपने पाकिस्तानी हैंडलर को भेजने थे, जिसे वो डॉक्टर के नाम से जानता था।


 

इस मामले से जुड़े सूत्रों के हवाले से मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि जैश का आतंकी हिदायतुल्ला मलिक ने पूछताछ में बताया कि उसने अपने पाकिस्तानी हैंडलर्स के कहने पर डोभाल के दफ्तर और कुछ अन्य अहम इमारतों की रेकी की थी।

24 मई को विमान से दिल्ली आया था मलिक, बस से कश्मीर लौटा
हिदायतुल्ला मलिक को अनंतनाग में अरेस्ट किया गया था। वह जैश के फ्रंट ग्रुप लश्कर-ए-मुस्तफा का चीफ है। गिरफ्तारी के वक्त मलिक के पास से भारी तादाद में गोला-बारूद बरामद किया गया था। सूत्रों के मुताबिक, मलिक ने बताया कि वो 24 मई 2019 को इंडिगो की फ्लाइट से श्रीनगर से दिल्ली आया था। मलिक को डोभाल के दफ्तर सरदार पटेल भवन के अलावा CISF की सुरक्षा व्यवस्था का वीडियो बनाना था। मलिक को ये वीडियो वॉट्सऐप के जरिए पाकिस्तानी हैंडलर को भेजने थे।

पूछताछ में मलिक ने बताया कि उसे रेकी के वीडियो जिस पाकिस्तानी हैंडलर को भेजने थे, उसका नाम डॉक्टर है। मलिक रेकी के बाद बस से कश्मीर लौटा था। उसने ये भी बताया कि 2019 की गर्मियों में ही उसने सांबा सेक्टर बॉर्डर एरिया की रेकी भी की थी। ये रेकी उसने समीर अहमद डार के साथ की थी। समीर को पुलवामा अटैक के केस में 21 जनवरी 2020 को गिरफ्तार किया गया था।

2020 में सुसाइड अटैक का प्लान था
रिपोर्ट्स के मुताबिक, मलिक ने पूछताछ में ये भी बताया कि उसे मई 2020 में एक आत्मघाती हमले के लिए सैंट्रो कार दी गई थी। इसके लिए मलिक ने अपने साथियों इरफान ठोकार, उमर मुश्ताक और रईस मुस्तफा के साथ मिलकर जम्मू-कश्मीर के एक बैंक की कैश वैन से 60 लाख रुपए लूटे थे। मलिक ने पूछताछ में पाकिस्तान स्थित 10 लोगों के कॉन्टैक्ट नंबर, कोड नेम भी बताए हैं। इसी डिटेल के आधार पर शोपियां और सोपोर में मलिक के दो कॉन्टैक्ट को ढेर किया गया था।

मलिक जुलाई 2019 में हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल हुआ था। इससे पहले उसने जैश के ओवर ग्राउंड वर्कर के तौर पर काम किया था। हालांकि, बाद में उसे फिर जैश में शिफ्ट कर दिया गया। इसी साल उसने फरवरी में जैश का फ्रंट ग्रुप लश्कर-ए-मुस्तफा बनाया था।

सर्जिकल स्ट्राइक और एयरस्ट्राइक के बाद निशाने पर डोभाल
NSA डोभाल उड़ी सर्जिकल स्ट्राइक और बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठनों के निशाने पर हैं। जैश सरगना मसूद अजहर से भी डोभाल की पुरानी दुश्मनी है। डोभाल ने ही मसूद अजहर से पूछताछ की थी, जब उसे 1994 में गिरफ्तार किया गया था। 1999 में कंधार विमान अपहरण के बाद डोभाल ही मसूद अजहर को लेकर कंधार एयरपोर्ट लेकर गए थे।

हरियाणा के कृषि मंत्री का शर्मनाक बयान:किसान आंदोलनकारियों को लेकर बोले JP दलाल-उन्हें तो मरना ही था, घर में रहते तो भी मरते.

 

कृषि कानूनों को रद्द करवाने के लिए चल रहे आंदोलन पर शनिवार को हरियाणा के कृषि मंत्री का बड़ा ही हास्यास्पद बयान सामने आया। एक ओर कृषि एवं पशुपालन मंत्री JP दलाल ने कहा कि हरियाणा के किसानों ने UP के सड़क छाप नेताओं को सिर पर बैठा रखा है, दूसरी ओर मौत पर बोले कि उन्हें तो मरना ही था। यहां नहीं तो घर में रहकर कौन सा मरते नहीं।


 

प्रदेश के कृषि एवं पशुपालन मंत्री JP दलाल शनिवार को भिवानी के विश्राम गृह में प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया के साथ रू-ब-रू हुए। इस दौरान दलाल ने किसान नेता राकेश टिकैत की ओर इशारा करते हुए कहा कि हरियाणा के किसान अनपढ़ को अपना नेता मान रहे हैं, जबकि उनके अपने प्रदेश में उनका कोई जनाधार नहीं है। ऐसे में हरियाणा के लोगों को अपने हितों को ध्यान में रखकर आंदोलन से पीछे हट जाना चाहिए। कांग्रेस, इनेलो और लाल झंडे वाले भोले-भाले किसानों को आंदोलन के नाम पर भड़का रहे हैं, जबकि तीनों कृषि कानून किसानों के हक में है।

उन्होंने कहा कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा देश का पहला डिजिटल बजट पेश किया गया है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2022 तक किसानों की आय दोगनी करने में कारगर साबित होगा। बजट में स्पष्ट उल्लेख है कि MSP को किसी भी कीमत पर समाप्त नहीं किया जा रहा है, बल्कि केंद्रीय बजट में 1000 नई मंडियां स्थापित करने की घोषणा की गई है। कुछ स्वयंभू किसान नेताओं द्वारा किसानों में मंडियों को समाप्त करने का केवल भ्रम फैलाया जा रहा है।

पिछले 80 दिन से चल रहे हैं दिल्ली के चारों तरफ धरने

बता दें कि पिछले 80 दिनों से देशभर के किसान संगठन केंद्र सरकार की तरफ से लाए गए कृषि कानूनों को रद्द करवाने के लिए दिल्ली की दहलीज पर आंदोलनरत हैं। अब तक 200 से ज्यादा किसानों की मौत भी हो चुकी है। यह अलग बात है कि इनमें से ज्यादातर की जान ठंड लगने या दिल के दौरे पड़े की वजह से हुई है। साथ ही कई किसानों ने आत्महत्या भी की है। आज मीडिया की तरफ से इस मसले पर कृषि मंत्री से सवाल किया गया कि अभी तक प्रधानमंत्री की तरफ से कोई संवेदना व्यक्त नहीं की गई है। इस पर दलाल ने हंसते हुए जवाब दिया कि शोक संवेदना तो मैं व्यक्त कर देता हूं, पर सोचने वाली बात है कि इन्हें तो मरना ही था। धरनों पर नहीं मरते तो घर में मर जाते। इस दौरान दलाल को दांत खिसकाते साफ देखा जा सकता था। अब इस घटना का वीडियो वायरल हो चुका है और हर तरफ उनके बयान की निंदा हो रही है।

मंत्री के घेराव की सूचना पर छावनी बना विश्राम गृह
उधर, जैसे ही भारतीय किसान यूनियन को सूचना मिली की कृषि मंत्री जेपी दलाल 13 फरवरी को भिवानी में प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले हैं तो संयुक्त किसान मोर्चा के आदेशानुसार दिल्ली के टिकरी बॉर्डर से संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य और भारतीय किसान यूनियन के युवा प्रदेश अध्यक्ष रवि आजाद ने एक वीडियो जारी कर विरोध का ऐलान किया। भारतीय किसान यूनियन के विरोध के ऐलान के बाद विश्राम गृह के तरफ आने वाले सभी रास्तों पर पुलिस का पहरा कड़ा कर दिया गया। किसी भाी आंदोलनकारी को पास तक नहीं आने दिया। भारतीय किसान यूनियन बवानीखेड़ा के प्रधान रोशन शेषमा और सरवन कालीरावणा के नेतृत्व में शहर में चारों ओर से किसान और युवा लोक निर्माण विश्राम गृह में जाने के लिए ट्रैक्टर-ट्रॉली और गाड़ियों से निकले। जैसे ही किसान लोक निर्माण विश्राम गृह की तरफ कूच किया तो पहले से तैनात भारी-भरकम पुलिस फोर्स ने किसानों को रोक लिया।

किसानों को रोकने थामे पहिए:इंटरसिटी, बीकानेर एक्सप्रेस से दिल्ली जा रहे थे किसान, रोहतक और बहादुरगढ़ में रोकी ट्रेन, पंजाब मेल का रूट किया डायवर्ट !

रेलवे के विशेष अलर्ट पर कई गाड़ियों के आवागमन पर पड़ा असर, 8 घंटे तक स्टेशन पर तैनात रहा भारी पुलिस बल !



देश की राजधानी दिल्ली के बार्डर पर पिछले करीब दो महीनों से नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों ने सोमवार को ट्रेनों के जरिए दिल्ली पहुंचकर संसद मार्च के कार्यक्रम में शामिल होने का प्रयास किया। पंजाब से रोहतक होते हुए दिल्ली की ओर जाने वाली ट्रेनों पर जीआरपी व आरपीएफ के अधिकारियों की विशेष नजर रही।

सुबह पांच बजे से दोपहर एक बजे तक रोहतक रेलवे स्टेशन पर भारी पुलिस बल मौजूद रहा। इस दौरान पंजाब मेल, इंटरसिटी एक्सप्रेस, बीकानेर स्पेशल ट्रेन में किसानों होने का पता चलने पर आनन फानन में रेलवे के उच्चाधिकारियों ने ट्रेन को दिल्ली न भेजने का फैसला लिया। पंजाब मेल का रूट डायवर्ट कर अस्थल बोहर जंक्शन से चलाया गया।

बठिंडा से रोहतक होते हुए दिल्ली को जाने वाली इंटरसिटी स्पेशल ट्रेन में स्टेशन पर रोके जाने पर भारी पुलिस बल की मौजूदगी में किसानों ने प्रदर्शन करने का प्रयास किया। लेकिन बहादुरगढ़ तक ट्रेन संचालन होने की अनुमति मिलने पर किसान शांत हुए। बीकानेर स्पेशल ट्रेन में किसानों के होने की सूचना मिलने पर उच्चाधिकारियों ने रोहतक से दिल्ली के बीच ट्रेन संचालन रद्द कर दिया।

रेलवे स्टेशन पर कानून व शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए स्टेशन पर डीएसपी गोरखपाल राणा, सिटी थाना के एसएचओ सहित जिला पुलिस का एक रिजर्व फोर्स, जीआरपी रेलवे के डीएसपी गुरदयाल सिंह, जीआरपी थाना के एसएचओ नरेंद्र सिंह सहित 15 पुलिस कर्मी सहित आरपीएफ की ओर से बड़ी संख्या में जवान तैनात रहे। इसके बाद पुलिस अधिकारियों के निर्देशन में रिजर्व फोर्स ने स्टेशन से रेलवे रोड होते भिवानी स्टैंड तक पैदल मार्च निकाला।

सवा दो घंटे देरी से आई पंजाब मेल, तीन घंटे खड़ी रही

फिरोजपुर कैंट जंक्शन से मुंबई को जाने वाली 02138 पंजाब मेल रविवार देर रात सवा तीन बजे से सवा दो घंटे की देरी से सोमवार सुबह साढ़े पांच बजे रोहतक जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर एक पर पहुंची। तीन घंटे स्टेशन पर खड़ी रहने के बाद पंजाब मेल को बहादुरगढ़ के रास्ते चलाने की बजाय वाया अस्थल बोहर जंक्शन से मथुरा जंक्शन पर रूट डायवर्ट कर चलाया गया।

दिल्ली जाने वाले यात्री रोहतक स्टेशन पर उतरकर बस स्टैंड पहुंचकर दिल्ली के लिए बस परिवहन सुविधा ली। इस दौरान यात्रियों को परेशान होना पड़ा। हालांकि रेल यातायात निरीक्षक बलबीर सिंह ने ट्रेन के इंजन में तकनीकी खामी को वजह बताई। लेकिन जीआरपी एसएचओ नरेंद्र सिंह ने किसानों की वजह से ट्रेन का रूट डायवर्ट किए जाने की बात कही।

रोहतक स्टेशन पर रोकना था, किसानों की तादात देख बहादुरगढ़ तक भेजा

बठिंडा-दिल्ली सुपरफास्ट इंटरसिटी स्पेशल ट्रेन सोमवार सुबह 11:43 बजे रोहतक स्टेशन पर पहुंची और 20 मिनट बाद रवाना हुई। ट्रेन काे रोहतक में ही रोकने के आदेश थे। यह पता चलने पर किसानों केे हंगामे करने का प्रयास किया लेकिन वे हंगामा नहीं कर सके।

रेलवे के उच्चाधिकारियों से बहादुरगढ़ तक ट्रेन संचालन की अनुमति दी। जीआरपी एसएचओ नरेंद्र सिंह ने बताया कि किसानों को शहर से बाहर भेजने के लिए 50 ऑटो व 20 क्रूजर को स्टेशन पर रिजर्व में रोके थे।

 

रोहतक का सामूहिक हत्याकांड:कभी सीनियर कोच था 5 की जान लेने का आरोपी सुखविंद्र, कमान बदलने पर था नाराज; कहता था- बड़ा काम करूंगा !


रोहतक में पहलवानी के लिए मशहूर मेहर सिंह अखाड़े में शुक्रवार देर रात गोली मारके हेड कोच और पत्नी समेत 5 लोगों की हत्या कर दी गई। आरोप अखाड़े के ही एक कोच सुखविंद्र मोर पर है। तीन जिलों की पुलिस उसे तलाशने में लगी है, वहीं उस पर एक लाख का इनाम रखा है। शनिवार को यह जानकारी रोहतक के SP राहुल शर्मा ने दी। इसी बीच पता चला है कि सुखविंद्र को मृतक मनोज मलिक के अंडर में ट्रेनिंग देने के लिए कहा गया था। सुखविंद्र इसी बात से नाराज था। इसके चलते उसने हेड कोच समेत 5 लोगों को मौत के घाट उतार दिया।


 

बता दें कि रोहतक के जाट कॉलेज के अखाड़े में शुक्रवार देर रात करीब साढ़े 9 बजे 5 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसमें अखाड़े का संचालक सोनीपत के सरगथला गांव के रहने वाले मनोज मलिक, उनकी पत्‍नी साक्षी, उत्तर प्रदेश के मथुरा की महिला पहलवान पूजा, रोहतक के मांडोठी गांव के रहने वाले कोच सतीश कुमार और गांव मोखरा के रहने वाले प्रदीप मलिक शामिल हैं। वारदात की सूचना मिलने पर जाट कॉलेज अखाड़ा, निजी अस्पताल, जहां घायलों को भर्ती कराया और इसके बाद PGIMS के ट्रॉमा सेंटर के बाहर पहलवानों का जमावड़ा लग गया। जाट कॉलेज अखाड़ा में प्रैक्टिस करने वाले पहलवानों में गुस्सा भी दिखाई दे रहा था। उधर, सहायक प्राध्यापक मनोज के स्वजन व अन्य लोगों में मातम पसर गया। अस्पताल और वारदात स्थल पर उनका रो-रोकर बुरा हाल है। उधर, FSL इंचार्ज डॉ. सरोज मलिक दहिया ने भी जाट कॉलेज के अखाड़े में पहुंचकर सबूत जुटाए।

जांच-पड़ताल के दौरान पता चला है कि इस हत्याकांड का आरोपी सुखविंद्र मोर सोनीपत जिले के गांव बरोदा का रहने वाला है। उसके पिता मेहर सिंह सेना से रिटायर्ड हैं। सुखविंद्र शादीशुदा है और उसके ढाई साल का एक बेटा है। सूत्रों के अनुसार सुखविंद्र और उसकी पत्नी को पिता मेहर सिंह ने अपनी जायदाद से बेदखल कर रखा है। दूसरी ओर वह कभी अखाड़े में सीनियर कोच हुआ करता था, ले‍किन अब मनोज मलिक को हेड कोच बना दिया गया था। इससे वह नाराज था। परिचितों के मुताबिक, कई दिन से वह मनोज मलिक को मारने की साजिश रच रहा था। वह प्रैक्टिस के दौरान भी बार-बार कहता था कि 'कुछ ऐसा करूंगा कि सब मुझे याद करेंगे।'

घटना के बाद जो जानकारियां सामने आ रही हैं, उससे साफ हो रहा है कि सुखविंद्र, मनोज मलिक और उसके परिवार की हत्या करने के बाद फरार होने की फिराक में था। सुखविंद्र ने मनोज और उसकी पत्नी को गोली मारकर भागने की कोशिश की। लेकिन गोली की आवाज सुनकर कोच सतीश दलाल, कोच प्रदीप, कोच अमरजीत और महिला पहलवान पूजा ऊपर की तरफ दौड़े। इसके बाद सुखविंद्र ने उन पर भी गोलियां चला दी।

सुखविंद्र का नाम सामने आने के बाद तुरंत उसके मोबाइल की लोकेशन खंगाली गई, जो सांपला एरिया की तरफ मिली। हालांकि इसके बाद उसकी लोकेशन के बारे में जानकारी नहीं मिल सकी। पुलिस भी आशंका जता रही है कि वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी सांपला की तरफ भागा होगा।

कोच अमरजीत को नौकरी दिलाने के बहाने बुलाया
फायरिंग में घायल हुए अमरजीत रोहतक के ही मेहर सिंह अखाड़े के कोच हैं। मेहर सिंह अखाड़े के पहलवानों ने बताया कि देर शाम उनके कोच अमरजीत के पास सुखविंद्र का फोन आया था। उसने अमरजीत से कहा कि वह उसकी नौकरी लगवा देगा। एक बार अखाड़े में आकर मिल ले। फोन आने के बाद अमरजीत वहां पर चले गए थे।

इन महत्वपूर्ण पहलुओं को नहीं किया जा सकता दरिकनार
परिचितों का कहना है कि मनोज मलिक को अपने ऊपर लगाए जाने के अलावा सुखविंद्र साथी कोच सतीश दलाल के साथ भी रंजिश रखता था। विवाद के बाद कई बार उनके बीच समझौते के प्रयास भी हुए, लेकिन बात नहीं बन सकी। इसके अलावा पता चला है कि सुखविंद्र और उसकी पत्‍नी को परिवार ने भी चल-अचल संपत्ति से बेदखल कर रखा था। इस वजह से सुखविंद्र काफी तनाव में रहता था। आशंका है कि हत्याकांड की एक वजह यह भी हो सकती है।

SIT गठित, सात टीमों की दबिश जारी
सुखविंद्र को पकड़ने के लिए देर रात ही SP राहुल शर्मा ने SIT गठित कर दी। आरोपित को पकड़ने के लिए थाना पुलिस के अलावा CIA और एंटी व्हीकल थेफ्ट के स्टाफ समेत सात टीमों को लगाया गया है। ये टीमें आरोपी को पकड़ने के लिए ताबड़तोड़ दबिश दे रही हैं। SP का दावा है कि जल्दी ही आरोपी को पकड़ लिया जाएगा।

 

 


सुखविंद्र के खिलाफ आ रहीं थीं शिकायतें मनोज नहीं चाहता था वह अखाड़ा संभाले
अखाड़े से संबंधित रहे कुछ पहलवानों की मानें तो ट्रेनर से हटाने के बाद सुखविंद्र ने मनोज से कहा था कि वो अखाड़े में उसे हिस्सा दे दे तो उसका भी रोजगार चल जाएगा। सुखविंद्र का तर्क था कि वो दो साल से उसके अंडर है। मनोज और साक्षी को नौकरी मिल चुकी है। ऐसे में अगर उसे अखाड़े का संचालन मिल जाएगा तो उसका भी रोजगार चल जाएगा। लेकिन मनोज सुखविंद्र की शिकायतों पर उसे अखाड़ा नहीं देना चाहता था।

 

Friday, 12 February 2021

गर्मी से पहले जल संकट:अब दो दिन देरी से आएगा जेएलएन में पानी, जलघर टैंक में 20%भी नहीं बचा

 

  • पेयजल सप्लाई में एक समय की कटौती झेल रहे शहर के लिए दूसरी मुसीबत !
  • पब्लिक हेल्थ ने 200 क्यूसेक अतिरिक्त पानी की डिमांड भेजी! 

 

साल 2021 की शुरूआत से ही पेयजल संकट का सामना कर रहे शहर को अभी इस स्थिति से राहत नहीं मिलने वाली है। हालात यहां तक पहुंच चुके हैं कि अगर 17 फरवरी को जेएलएन में तय शेड्यूल से एक दिन भी देरी से पानी पहुंचा तो शहर की पेयजल सप्लाई ठप हो जाएगी। हालांकि शहर के आधे से ज्यादा इलाकों में पहले से ही एक समय सप्लाई की कटौती चल रही है। इसमें भी टाइम कम करने की तैयारी है। अब जलघरों में पानी का लेवल कम होने से स्थिति यहां तक पहुंच चुकी है अब गुरुवार को पब्लिक हेल्थ विभाग ने सिंचाई विभाग को खुबड़ू हेड से 200 क्यूसेक अतिरिक्त नहरी पानी छोड़ने की डिमांड भेजी है !

  • यह निर्णय 14 फरवरी की बजाए दो दिन विलंब से 17 फरवरी को जेएलएन नहर में पानी आने की सूचना के बाद अधिकारियों ने लिया है। अभी सिंचाई विभाग की ओर से पब्लिक हेल्थ विभाग द्वारा भेजी डिमांड पर कोई जवाब नहीं मिला है।

    कन्हैली हेड पर पाउंडिग की इजाजत न मिलने से जलघरों के टैंक नहीं भर पाए

    14 तक अतिरिक्त पानी नहीं मिला तो रोज 15 मिनट की और कटौती

    पब्लिक हेल्थ विभाग के जेई अमित रोहिल्ला ने बताया कि यदि 14 फरवरी तक अतिरिक्त पानी नहीं मिला तो 15 फरवरी से सुबह की जा रही 50 मिनट की सप्लाई में 15 मिनट की कटौती मजबूरी होगी। दूसरी ओर, जेएलएन में मरम्मत कार्य चल रहा है। पब्लिक हेल्थ को कन्हेली हेड पर पाउंडिंग से सिंचाई विभाग ने मना कर दिया था। इससे सोनीपत रोड व झज्जर रोड जलघर के टैंकों को नहीं भरा जा सका। 17 को भी जेएलएन में पानी देरी से पहुंचा तो सप्लाई ठप होने का खतरा है।

     

    1.सोनीपतरोड स्थित प्रथम जलघर: क्षमता 18 एमएलडी है। इससे 2 करोड़ 45 लाख लीटर पानी प्रतिदिन सप्लाई होता है।

    2.झज्जररोड स्थित द्वितीय जलघर: क्षमता 35 एमएलडी है। इससे 2 करोड़ 70 लाख लीटर प्रतिदिन पानी सप्लाई होता है।

    3.बोहर बाईपास स्थित तृतीय जलघर: क्षमता 28 एमएलडी है। इससे 2 करोड़ 20 लाख लीटर पानी सप्लाई होता है।

    4.देवकालोनी स्थित चतुर्थ जलघर: क्षमता 10 एमएलडी है। इससे 1 करोड़ लीटर पानी की रोज सप्लाई की जाती है।

    100 क्यूसेक नहरी पानी से भी मुश्किल होगी आसान

    निर्धारित शेड्यूल से दो दिन देरी से जेएलएन में पानी आने की सूचना है। सिंचाई विभाग को डिमांड भेजी गई है। इस विपरीत हालात में 100 क्यूसेक पानी मिलने से भी जल संकट टाला जा सकता है।
    -भानु प्रकाश शर्मा, एक्सईएन, पब्लिक हेल्थ विभाग।

     

     

देश में 4 NIV की घोषणा:नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के लिए पीजीआई करेगा दावेदारी

 


  • दावा मजबूत इसलिए- कोरोना काल में प्रदेश के 11 जिलों के 4,12,641 से ज्यादा सैंपल के टेस्ट पीजीआई में हुए !
  • जरूरत इसलिए- गंभीर श्रेणी के वायरस की जांच के लिए सभी सैंपल अभी दिल्ली और पुणे की लैब भेजने पड़ते हैं !

केंद्रीय बजट 2021 में हेल्थ सेक्टर में केंद्र सरकार की ओर से देश भर में 4 नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी बनाए जाने की घोषणा हुई है। आत्मनिर्भर स्वास्थ्य योजना में इन वॉयरोलॉजी लैब को शामिल किया जाएगा। रोहतक पीजीआई इनमें से एक लैब पर अपना दावा पेश करने जा रहा है। इसके लिए जल्द ही एक प्रस्ताव बना राज्य सरकार के पास भेजा जाएगा।

राज्य सरकार इसे केंद्र के पास भेजेगी। पीजीआई रोहतक का ये दावा कमजोर भी नहीं है। कोरोना महामारी के दौर में पीजीआईमें कोविड टेस्टिंग की सुविधा की क्षमता और को-वैक्सीन के ट्रॉयल रिजल्ट को देखते हुए पीजीआई रोहतक इस दौड़ में सबसे आगे भी दिख रहा है।

अभी देश में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी लैब केवल पुणे में ही है। पीजीआई डायरेक्टर डॉ. रोहताश यादव का कहना है कि पीजीआई की वीआरडीएल लैब में आठ से 10 जिलों से आने वाले कोरोना सैंपल टेस्टिंग कर संक्रमित मरीजों का पता लगाया। वर्तमान में पीजीआई की वायरल रिसर्च एंड डायग्नोस्टिक लैब में रोहतक, झज्जर, चरखी दादरी जिलों से आने वाले कोरोना सैंपल की टेस्टिंग का काम एक्सपर्ट की टीम कर रही है। संस्थान में वर्तमान में उपलब्ध संसाधनों और पर्याप्त स्थान को देखते हुए केंद्र सरकार की ओर से चार में से एक नेशनल वायरोलॉजी इंस्टीट्यूट का आवंटन होने की पूरी उम्मीद है।

संक्रामक बीमारियों के इलाज के लिए अलग से विभाग और अस्पताल भी बनेगा, ‌‌30 करोड़ बजट का अनुमान

लैब का दर्जा मिला तो टेस्टिंग- रिसर्च जैसी सुविधाएं होंगी उपलब्ध

कोरोना महामारी को देखते हुए देश में खुले वाले चार इंस्टीट्यूट में भविष्य में आने वाली महामारी का पता लगाने के लिए टेस्टिंग, रिसर्च जैसी अन्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी। ऐसे में पंडित बीडी शर्मा हेल्थ एंड साइंस यूनिवर्सिटी और पीजीआई प्रशासन ने संस्थान में संचालित वायरल रिसर्च एंड डायग्नोस्टिक लैब में उपलब्ध संसाधनों के आधार पर एक वायरोलॉजी इंस्टीट्यूट आवंटन के लिए दावेदारी करने का फैसला लिया है। पीजीआई निदेशक डॉ. रोहतास यादव का दावा है कि वो प्रस्ताव बनाकर राज्य सरकार के जरिए केंद्र को भेजेंगे।

इंस्टीट्यूट स्थापित होने के बाद सैंपल टेस्ट के लिए पुणे लैब में नहीं भेजने होंगे: पीजीआई निदेशक डॉ. रोहतास यादव बताते हैं कि सरकार की ओर से यदि पीजीआई में इंस्टीट्यूट संचालन की मंजूरी मिलती है तो पूरे हरियाणा और आसपास के राज्यों से कोरोना जैसे अन्य कई वायरस का पता लगाने के लिए पुणे और दिल्ली की लैब में सैंपल नहीं भेजने पड़ेंगे। रिसर्च और संक्रमण की डायग्नोसिस भी कर सकेंगे। एक इंस्टीट्यूट स्थापित होने में औसतन 30 करोड़ की लागत आएगी।

वायरोलॉजी लैब की क्या है अहमियत ऐसे समझें

बीएसएल-2: पीजीआई की वीआरडीएल लैब को बायो सेफ्टी लेवल-2 का दर्जा है। लैब में वायरस, फंगस, बैक्टीरिया, हेपेटाइटिस बी व सी और स्वाइन फ्लू के संदिग्ध मरीजों के सैंपल की जांच की जाती है।

बीएसएल-3: यहां दूसरे देशों से आए या फिर नए पैथोजन पर काम होता है। लैब में यलो फीवर, वेस्ट नाइल वायरस और टीबी के बैक्टीरिया भी पलते हैं। हमारे देश में भारतीय वायरोलॉजी संस्थान पुणे इसी श्रेणी का है।

अभी हमारी लैब को बीएसएल-2 का दर्जा, अब भी 3 जिलों के सैंपल जांच रहे

अधिकारी बताते हैं कि कोरोना काल के 11 माह में पीजीआई की वायरल रिसर्च एंड डायग्नोस्टिक लैब में प्रदेश के 50% जिलों से आए 4,12,641 से ज्यादा लोगों के कोरोना सैंपल टेस्ट किए जा चुके हैं। अब भी 3 जिलों के सैंपल जांच यहीं होती है। लैब को बीएसएल-2 का दर्जा प्राप्त है।

तीन रियल टाइम पीसीआर मशीन, दो हजार सैंपल टेस्ट की क्षमता: पीजीआई की वायरोलॉजी लैब में रोजाना औसतन 2000 सैंपल टेस्टिंग की क्षमता है। यहां 3 रियल टाइम पीसीआर मशीन उपलब्ध हैं। 24 घंटे में 2000 ज्यादा सैंपल टेस्ट करने की लैब के पास क्षमता है।

 

 

5 दिवसीय NCC कैंप:एयरविंग कैडेटों को दी गई ऑब्सटैकल ट्रेनिंग, 12. बोर और राइफल ड्रिल व घुड़सवारी का प्रशिक्षण भी दिया गया

 


  • सैनिक स्कूल कुंजपुरा करनाल में लगाए गए कैंप का समापन 12 फरवरी को होगा
  • NCC-B, C सर्टिफिकेट की परीक्षा में बैठने के लिए अनिवार्य है एक कैंप लगाना

नंबर-2 हरियाणा NCC एयर स्क्वाड्रन करनाल द्वारा लगाए जा रहे 5 दिवसीय NCC कैंप के चौथे दिन कैडेटों को ऑब्सटैकल ट्रेनिंग दी गई। इसके तहत कैडेटों को राइफल ड्रिल और सलामी शस्त्र के बारे में बताया गया।

कैंप एडजुटेंट सार्जेंट VK तिवारी ने बताया कि राइफल ड्रिल और सलामी शस्त्र का प्रशिक्षण कॉर्पोरल अनुज नेगी, कॉर्पोरल PK सिंह, अमरजीत व GTI मुकेश दे रहे हैं। आर्मी फिजिकल ट्रेनिंग कोर से मुकेश ने कैडेटों को ऑब्सटैकल ट्रेनिंग दी। हॉर्स राइडिंग इंस्ट्रक्टर राजकुमार शर्मा हैं। एरोमॉडलिंग इंस्ट्रक्टर जगदीप कपिल द्वारा कैंप के सफल आयोजन संबंधी व्यवस्थाएं की जा रही हैं।

 


बता दें कि NCC कैंप 8 फरवरी से चल रहा है और 12 फरवरी को इसका समापन होगा। सैनिक स्कूल कुंजपुरा करनाल में कैंप लगाया गया है। कैंप कमांडेंट एवं कमांडिंग ऑफिसर विंग कमांडर पवन गोयल ने कैंप के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कैंप में कुल 117 NCC कैडेट हिस्सा ले रहे हैं।

पंडित चिरंजी लाल शर्मा राजकीय महाविद्यालय सेक्टर-14 करनाल के NCC एयरविंग अधिकारी फ़्लाइंग ऑफिसर सुरेश दुग्गल, दयाल सिंह कॉलेज से ANO फ़्लाइंग ऑफिसर पवन शर्मा और डॉ. दीप्ती शर्मा केयर टेकर DAV गर्ल्स कॉलेज करनाल के नेतृत्व में कैंप लग रहा है।

विंग कमांडर पवन गोयल ने बताया कि NCC-B, C सर्टिफिकेट के लिए परीक्षा में बैठने हेतु कैडेट के लिए प्रति वर्ष एक कैंप ज्वॉइन करना अनिवार्य है। परीक्षा का आयोजन अगले महीने किया जाना है। इसके मद्देनजर यह कैंप लगाया गया है। क्योंकि कोरोना महामारी का असर NCC ट्रेनिंग पर पड़ा, इसलिए अब मौका मिलते ही यह कैंप लगाया गया है और कैडेट इस कैंप में बड़े जोश के साथ भाग ले रहे हैं।

कैंप में कैडेटों को हर तरह की जरुरी ट्रेनिंग जैसे ड्रिल, .22 फायरिंग, 12 बोर स्कीट शूटिंग, टेंट पिचिंग, सब्जेक्ट स्पेशल की थ्योरी क्लास, ऑब्सटैकल ट्रेनिंग, घुड़सवारी इत्यादि ट्रेनिंग दी जा रही हैं। इनके अलावा डिबेट, डिस्कशन, सिंगिंग डांस आदि सांस्कृतिक गतिविधियां भी कराई जा रही हैं। विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताएं भी कराई जा रही हैं, ताकि कैडेटों को अपनी क्षमताओं का ज्ञान हो।

 

 

 

पापमोचिनी एकादशी की यहां पढ़ें पावन व्रत कथा, च्यवन ऋषि के पुत्र मेधावी और अप्सरा से जुड़ी है कहानी

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान विष्णु को समर्पित एकादशी व्रत रखने से सुख-समृद्धि और वैभव की प्राप्ति होती है। हिंदू पंचांग के अनुसार, च...