Monday, 28 June 2021

Corona Virus Daily Updates on 28.6.2021

 

Corona Virus Covid-19 Stats India

  • Confirmed       :    3,03,12,623
  • Active               :   5,48,273
  • Recovered        :  2,93,54,866
  • Death                :  3,97,581

Vaccine Dose Administered    -  32,36,63,297


 

Data Updated till 28.6.2021 

Source : https://www.covid19india.org/


Sunday, 27 June 2021

Corona Virus Daily Updates on 27.6.2021

 Corona Virus Covid-19 Stats  India

 


  • Confirmed       :    3,02,76,685
  • Active               :   5,70,400
  • Recovered        :  2,92,97,755
  • Death                :  3,96,636

Vaccine Dose Administered    -  32,17,60,077

Data Updated till 27.6.2021 

Source : https://www.covid19india.org/

 

 

चाइना डोरी का इस्तेमाल जान माल के लिए खतरनाक - डी सी कैप्टन मनोज कुमार

चाईना डोरी का इस्तेमाल जान-माल के लिए खतरनाक- डीसी कैप्टन मनोज कुमार
- प्रयोग, ब्रिक्री, खरीद व भण्डारण पर निगरानी
- मुनादी द्वारा लोगों को किया जागरूक
रोहतक, 27 जून :    उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार ने कहा है कि पतंग उड़ाने में इस्तेमाल की जा रही चाईना डोरी जान माल की हानि का कारण बन सकती है। उन्होंने कहा कि चाईना डोरी के प्रयोग, खरीद, बिक्री व भंडारण पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है तथा अधिकारियों को इस संदर्भ में औचक निरीक्षण करने के कड़े निर्देश दिए गए हैं। 
  उन्होंने कहा कि इस संबंध में धारा 144 के आदेश भी जारी किए जा चुके हैं। कैप्टन मनोज कुमार ने कहा कि अगर कोई व्यक्ति चाईना डोरी के प्रयोग, खरीद, बिक्री व भंडारण में संलिप्त पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने कहा कि इस संबंध में सूचना जनसंपर्क एवं भाषा विभाग की वैन द्वारा शहरी व ग्रामीण इलाकों में आमजन को मुनादी के माध्यम से जागरूक भी किया जा रहा है। 
  मुनादी के माध्यम से लोगों को बताया जा रहा है कि चाईना डोरी का इस्तेमाल बेहद खतरनाक है और इसके प्रयोग से अक्सर हादसे हो जाते हैं। मानव जीवन के अलावा यह पशु पक्षियों के लिए भी बेहद हानिकारक है। सूचना जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के कर्मचारियों ने लोगों को जागरूक करने के लिए आज इस संदर्भ में ग्रामीण व शहरी दोनों क्षेत्रों में मुनादी करके लोगों को जागरूक किया और इसके प्रयोग को लेकर आगाह किया। 

रोहतक के डी सी श्री मनोज कुमार ने लोगो को कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट से सतर्कता बरतने को कहा ।

आपके दरवाजे पर दस्तक दे रहा है डेल्टा प्लस वैरिएंट :- डीसी कैप्टन मनोज कुमार
- कोरोना उपयुक्त व्यवहार अपना कर दरवाजे को रखें बंद
- दूसरी लहर से ज्यादा तेज होगी डेल्टा प्लस की रफ्तार
- लक्षण नजर आने पर तुरंत चिकित्सक से ले परामर्श 
- उन्हें कुछ नहीं होगा, इस भ्रम में न रहे लोग
- प्रशासन नहीं चाहता, नागरिकों को थोड़ा सा भी हो नुकसान 
- तीसरी लहर की आशंका को लेकर प्रशासन पूरी तरह तैयार
- वांछित सुविधाओं को किया जा रहा है अपग्रेड
- उपमंडल स्तर पर होंगे ऑक्सीजन के प्लांट
- 30 बैड वाले निजी अस्पताल भी स्थापित करें ऑक्सीजन प्लांट
- बेपरवाह न बने लोग, प्रशासन की सख्ती का न करें इंतजार
- अनलॉक का मतलब बेपरवाही नहीं
रोहतक, 26 जून : उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार ने कोविड को लेकर लोगों को पुन: सतर्क करते हुए कहा है कि डेल्टा प्लस वैरिएंट आपके दरवाजे पर दस्तक दे रहा है। इसलिए एक भी नागरिक बेपरवाह न बने और कोविड उचित व्यवहार की अनुपालना को सुनिश्चित करें। जिला वासियों को दिए संदेश में उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार ने कहा है कि चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार डेल्टा प्लस वैरिएंट की रफ्तार दूसरी लहर के डेल्टा से 3 गुना ज्यादा तेज है। उन्होंने कहा कि तीसरी लहर में दूसरी लहर से भी ज्यादा नुकसान होने की आशंका जताई जा रही है। 
लोगों से आग्रह करते हुए उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार ने कहा कि वे मास्क अवश्य लगाएं। अगर एक भी व्यक्ति उनके साथ है तो डबल मास्किंग करें। बार-बार अपने हाथों को धोएं। सामाजिक दूरी की अनुपालन सुनिश्चित करें। भीड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें। कैप्टन मनोज कुमार ने कहा है कि लक्षण नजर आने पर चिकित्सक की सलाह अवश्य लें। अस्पताल जाने को आखिरी विकल्प के रूप में अपनाएं। लक्षण नजर आते ही स्वयं को आइसोलेट करें। हर प्रकार की सावधानी बरतें। चिकित्सकों के परामर्श के अनुसार दवाइयों का सेवन करें।
कैप्टन मनोज कुमार ने कहा कि दूसरी लहर के दौरान जिन लोगों ने लक्षण दिखाई देते ही तुरंत दवाइयों का सेवन आरंभ कर दिया था, उन्हें नुकसान बहुत कम हुआ है। डेल्टा प्लस के दरवाजे पर दस्तक देने की बात को दोहराते हुए उन्होंने कहा कि यह वैरिएंट लगभग एक दर्जन देशों में फैल चुका है। भारत में भी कई राज्यों में इसके मामले सामने आए। उन्होंने कहा कि भले ही डेल्टा प्लस वैरिएंट ने आपके दरवाजे पर दस्तक दे दी है। लेकिन इसकी एंट्री तभी संभव हो पाएगी, जब आप दरवाजा खोलेंगे। उन्होंने कहा कि कोविड उपयुक्त व्यवहार अपनाकर ही दरवाजे को बंद रखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि कोरोना का यह वायरस बार-बार अपना रूप बदल रहा है। ताकतवर देश इसके सामने बेबस हो चुके हैं। 
उपायुक्त ने कहा कि लोग इस गलतफहमी में न रहे कि उन्हें कुछ नहीं होगा। उन्होंने कहा कि इस वायरस से डरना होगा और कोविड-19 उचित व्यवहार की अनुपालना करनी होगी। उन्होंने कहा कि बचाव ही इसका एकमात्र उपाय है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन यह कतई नहीं चाहता कि नागरिकों को थोड़ा सा भी नुकसान पहुंचे और यह तभी संभव हो पाएगा जब लोग कोविड-19 के उचित व्यवहार की पालना सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने कहा कि तीसरी लहर को लेकर प्रशासन पूरी तरह से तैयार है, जिन सुविधाओं को अपग्रेड किए जाने की जरूरत है उन्हें अपग्रेड किया जा रहा है। 
कैप्टन मनोज कुमार ने कहा कि सामान्य अस्पताल में 50 बेड का आईसीयू वार्ड लगभग फाइनल है। इसी प्रकार से बच्चों के लिए 25 बेड का आईसीयू वार्ड स्थापित करने की कवायद आरंभ है। उन्होंने कहा कि पीजीआई में भी बच्चों के वार्ड का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। कैप्टन मनोज कुमार ने कहा कि पीजीआई में तीन ऑक्सीजन प्लांट लगाए जा रहे हैं। इनमें से एक प्लांट 30 जून को चालू हो जाएगा जबकि एक अन्य प्लांट टेस्ट रन ट्रायल पर है। कलानौर अस्पताल में भी ऑक्सीजन प्लांट लगाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन का प्रयास है कि उपमंडल स्तर पर ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किए जाएं। उन्होंने कहा कि 3 निजी अस्पतालों के भी अपने ऑक्सीजन प्लांट है। उन्होंने उन 30 बेड वाले निजी अस्पतालों के संचालकों से भी आग्रह किया है कि वह भी अपने यहां ऑक्सीजन प्लांट अवश्य लगवाएं।
कैप्टन मनोज कुमार ने कहा कि बाजारों में, मंडियों में फिर से बेपरवाही दिखने आरंभ हो गई है जो कि ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि लोगों को इस बात का इंतजार नहीं करना चाहिए कि जिला प्रशासन सख्ती करें। अच्छा यही होगा कि वह स्वयं पर बंदिशे लगाएं। उन्होंने कहा कि अनलॉक का मतलब बेपरवाही नहीं माना जाना चाहिए। उपायुक्त ने कहा कि अनलॉक सरकार ने इसलिए किया है ताकि आर्थिक गतिविधियां चालू रह सके। कप्तान मनोज कुमार ने एक बार फिर नागरिकों से अपील की कि वे अपने लिए अपने परिवार, समाज व देश के लिए कोविड उपयुक्त व्यवहार का पालन अवश्य करें।

Saturday, 26 June 2021

बहादुरगढ़ में भीषण अग्निकांड:चप्पल बनाने वाली फैक्ट्री में लगी आग; कर्मचारियों और मजदूरों ने भागकर बचाई जान, आसमान में छाया काला धुआं

 

हरियाणा के बहादुरगढ़ जिले में चप्पल बनाने वाली एक फैक्ट्री में शनिवार की दोपहर अचानक भीषण आग लग गई। आग लगते ही श्रमिक जान बचाने के लिए बाहर की तरफ दौड़े। ग्राउंड फ्लोर से कुछ कच्चा सामान निकालकर बचाया गया, बाकी सब राख हो गया। पहले और दूसरे फ्लोर तक आग फैल गई थी। दोपहर करीब 12 बजे फैक्ट्री में आ लगी थी।


 

उस वक्त फैक्ट्री में 100 से ज्यादा कर्मचारी काम कर रहे थे। आग का पता लगने पर कर्मचारी बाहर की ओर भागे। प्राथमिक सूचना के अनुसार, मशीन ऑयल के रिसाव के कारण आग लगी। फैक्ट्री वर्करों के मुताबिक, ग्राउंड फ्लोर पर पहले आग लगी। लपटें उठती देख फैक्ट्री कर्मचारियों ने पहले अपने स्तर पर आग पर काबू पाने का प्रयास किया।

इसके बाद हालात काबू से बाहर होते देखकर दमकल विभाग को सूचना दी गई। सूचना मिलने पर दमकल विभाग की चार गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। तब तक आग पहले और दूसरे फ्लोर को भी चपेट में ले चुकी थी। आग के चलते लाखों रुपए के नुकसान का अंदेशा है। आसपास रहने वाले लोगों को दिक्कतों का सामना अलग से करना पड़ा।

हरियाणा में 95.29 रुपये प्रति लीटर हुआ पेट्रोल का भाव, इस दाम पर बिक रहा डीजल !

पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोतरी जारी है। हरियाणा में 26 जून को पेट्रोल का दाम 95.29 रुपये प्रति लीटर हो गया है। डीजल का दाम बढ़कर 88.74 रुपये प्रति लीटर पहुंच गया है। वहीं चंडीगढ़ में डीजल 88.29 रुपये और पेट्रोल का दाम बढ़कर 94.35 रुपये प्रति लीटर हो गया है।   





किसान आंदोलन के आज 7 महीने पूरे, किसान नेताओं ने राष्ट्रपति के नाम सौंपा ज्ञापन

किसानों (Kisan) ने ज्ञापन में विभिन्न मुद्दों को उठाया है. किसानों ने कहा है कि माननीय राष्ट्रपति जी, हम भारत के किसान बहुत दुख और रोष के साथ अपने देश के मुखिया को यह चिट्ठी लिख रहे हैं. 

 

किसान आंदोलन  के आज यानि 26 जून (26 June) को 7 महीने पूरे हो गए. 26 जून को किसानों ने खेती बचाओ और लोकतंत्र बचाओ के रूप में मनाया. साथ ही राज्यों के राज्यपालोंं को राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन सौंपा. किसानों ने ज्ञापन में विभिन्न मुद्दों को उठाया है. किसानों ने कहा है कि माननीय राष्ट्रपति जी, हम भारत के किसान बहुत दुख और रोष के साथ अपने देश के मुखिया को यह चिट्ठी लिख रहे हैं. आज 26 जून को अपने मोर्चे के सात महीने पूरे होने पर खेती बचाने और इमरजेंसी दिवस (Emergency Day) पर लोकतंत्र बचाने की दोहरी चुनौती को सामने रखते हुए हर प्रदेश से हम यह रोषपत्र आप तक पहुंचा रहे हैं. देश हमें अन्नदाता कहता है. पिछले 74 साल में हमने अपनी इस जिम्मेवारी निभाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है. जब देश आजाद हुआ तब हम 33 करोड़ देशवासियों का पेट भरते थे. आज उतनी ही जमीन के सहारे हम 140 करोड़ जनता को भोजन देते हैं. कोरोना महामारी के दौरान जब देश की बाकी अर्थव्यवस्था ठप्प हो गई, तब भी हमने अपनी जान की परवाह किए बिना रिकॉर्ड उत्पादन किया. खाद्यान्न के भंडार खाली नहीं होने दिए !

लेकिन इसके बदले आप की मोहर से चलने वाली भारत सरकार ने हमें दिए तीन ऐसे काले कानून जो हमारी नस्लों और फसलों को बर्बाद कर देंगे, जो खेती को हमारे हाथ से छीनकर कंपनियों की मुठ्ठी में सौंप देंगे. ऊपर से पराली जलाने पर दंड और बिजली कानून के मसौदे की तलवार भी हमारे सर पर लटका दी. खेती के तीनों कानून असंवैधानिक हैं, क्योंकि केंद्र सरकार को कृषि मंडी के बारे में कानून बनाने का अधिकार ही नहीं है. यह कानून अलोकतांत्रिक भी हैं. इन्हें बनाने से पहले किसानों से कोई राय मशवरा नहीं किया गया. इन कानूनों को बिना किसी जरूरत के अध्यादेश के माध्यम से चोर दरवाजे से लागू किया गया. इन्हें संसदीय समितियों के पास भेज कर जरूरी चर्चा नहीं हुई. और तो और इन्हें पास करते वक्त राज्यसभा में वोटिंग तक नहीं करवाई गई.

आपके पद की गरिमा को कम किया
हमने उम्मीद की थी कि बाबासाहेब द्वारा बनाए संविधान के पहले सिपाही होने के नाते आप ऐसे असंवैधानिक, अलोकतांत्रिक और किसान विरोधी कानूनों पर हस्ताक्षर करने से इंकार कर देंगे. लेकिन आपने ऐसा नहीं किया. आप जानते हैं कि हम सरकार से दान नहीं मांगते, बस अपनी मेहनत का सही दाम मांगते हैं. फसल के दाम में किसान की लूट के कारण खेती घाटे का सौदा बन गई. किसान कर्ज में डूब गए और पिछले 30 साल में 4 लाख से अधिक किसानों को आत्महत्या करने के लिए मजबूर होना पड़ा. इसलिए हमने बस इतनी सी मांग रखी कि किसान को स्वामीनाथन कमीशन के फार्मूले (सी2 50%) के हिसाब से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर अपनी पूरी फसल की खरीद की गारंटी मिल जाए. इस पर अपना वादा पूरा करने की बजाय सरकार ने "दुगनी आय" जैसे झूठे जुमले आपके अभिभाषण में डालकर आपके पद की गरिमा को कम किया.

आप ने सब कुछ देखा-सुना होगा, मगर आप चुप रहे
राष्ट्रपति महोदय, पिछले सात महीने से भारत सरकार ने किसान आंदोलन को तोड़ने के लिए के लोकतंत्र की हर मर्यादा की धज्जियां उड़ाई हैं. देश की राजधानी में अपनी आवाज सुनाने के लिए आ रहे अन्नदाता का स्वागत करने के लिए इस सरकार ने  हमारे रास्ते में पत्थर लगाए, सड़कें खोदीं, कीलें बिछाई, आंसू गैस छोड़ी, वाटर कैनन चलाए, झूठे मुकदमे बनाए और हमारे साथियों को जेल में बंद रखा. किसान के मन की बात सुनने की बजाय उन्हें कुर्सी के मन की बात सुनाई. बातचीत की रस्म अदायगी की, फर्जी किसान संगठनों के जरिए आंदोलन को तोड़ने की कोशिश की. आंदोलनकारी किसानों को कभी दलाल, कभी आतंकवादी, कभी खालिस्तानी, कभी परजीवी और कभी कोरोना स्प्रेडर कहा. मीडिया को डरा, धमका और लालच देकर किसान आंदोलन को बदनाम करने का अभियान चलाया गया. किसानों की आवाज उठाने वाले सोशल मीडिया एक्टिविस्ट के खिलाफ बदले की कार्यवाही करवाई गई. हमारे 500 से ज्यादा साथी इस आंदोलन में शहीद हो गए. आप ने सब कुछ देखा-सुना होगा, मगर आप चुप रहे.

पिछले सात महीने में हमने जो कुछ देखा है वो हमे आज से 46 साल पहले लादी गई इमरजेंसी की याद दिलाता है. आज सिर्फ किसान आंदोलन ही नहीं, मजदूर आंदोलन, विद्यार्थी-युवा और महिला आंदोलन, अल्पसंख्यक समाज और दलित, आदिवासी समाज के आंदोलन का भी दमन हो रहा है. इमरजेंसी की तरह आज भी अनेक सच्चे देशभक्त बिना किसी अपराध के जेलों में बंद हैं. विरोधियों का मुंह बंद रखने के लिए यूएपीए जैसे खतरनाक कानूनों का दुरुपयोग हो रहा है. मीडिया पर डर का पहरा है, न्यायपालिका की स्वतंत्रता पर हमला हो रहा है. मानवाधिकारों का मखौल बन चुका है. बिना इमरजेंसी घोषित किए ही हर रोज लोकतंत्र का गला घोंटा जा रहा है. ऐसे में संवैधानिक व्यवस्था के मुखिया के रूप में आपकी सबसे बड़ी जिम्मेवारी बनती है.

 संविधान बचाने की शपथ ली है
इसलिए हम इस चिट्ठी के माध्यम से देश के करोड़ों किसान परिवारों का रोष देश रूपी परिवार के मुखिया तक पहुंचाना चाहते हैं. हम आपसे उम्मीद करते हैं की आप केंद्र सरकार को यह निर्देश दें कि वह किसानों की इन न्यायसंगत मांगों को तुरंत स्वीकार करें. तीनों किसान विरोधी कानूनों को रद्द करे और एमएसपी (सी2 50%) पर खरीद की कानूनी गारंटी दें. माननीय राष्ट्रपति जी, आज से संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले चल रहा यह ऐतिहासिक किसान आंदोलन खेती ही नहीं, देश में लोकतंत्र को बचाने का आंदोलन भी बन गया है. हम उम्मीद करते हैं कि इस पवित्र मुहिम में हमे आपका पूरा समर्थन मिलेगा. क्योंकि, आपने सरकार नहीं, संविधान बचाने की शपथ ली है.

मिताली राज ने रचा इतिहास, महान सचिन तेंदुलकर के बाद हासिल किया खास मुकाम

दुनिया की दिग्गज महिला क्रिकेटरों में शुमार मिताली राज ने अंतरराष्ट्रीय करियर में 22 साल पूरे कर लिए हैं ! वह महान सचिन तेंदुलकर के बाद इस खास उपलब्धि को हासिल करने वालीं दूसरी क्रिकेटर बनी हैं. सचिन का करियर 22 साल 91 दिन का रहा था !

 
 


डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने दिया आश्वासन, कहा- नहीं खत्म होंगे नंबरदारों के पद

डिप्टी सीएम ने कहा कि जल्द ही नंबरदारों को मानदेय देने के लिए भी एक निश्चित तारीख तय की जाएगी ताकि उन्हें कई महीनों तक इंतजार न करना पड़े. 


 

लंबे समय से नंबरदारों के पद को खत्म करने की चर्चा पर बुधवार को हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने विराम लगा दिया. चौटाला ने साफ किया कि नंबरदारों के पद खत्म नहीं किए जाएंगे और वे इस बात से निश्चिंत रहें. साथ ही उन्होंने नंबरदारों को खुशखबरी देते हुए कहा कि राज्य सरकार ने सभी नंबरदारों को आयुष्मान भारत योजना से जोड़ दिया है और जल्द ही उन सभी को स्मार्ट फोन भी उपलब्‍ध करवाया जाएगा.
साथ ही चौटाला ने घोषणा की कि भविष्य में नंबरदारों को हर माह एक निश्चित तिथि पर मानदेय दिया जाएगा और अब उन्हें रुपयों के लिए कई-कई माह तक इंतजार नहीं करना पड़ेगा. गौरतलब है कि डिप्टी सीएम चौटाला बुधवार को हरियाणा नंबरदार एसोसिएशन के कार्यक्रम में पहुंचे थे.

आधुनिक तकनीक से जुड़ें
दुष्यंत चौटाला ने नंबरदारों को आधुनिक तकनीक से जुड़ने का आह्वान करते हुए कहा कि नंबरदार की हमारे समाज में एक अलग पहचान व सम्मान होता है. उन्होंने नंबरदारों को अच्छे सुझाव देने के लिए आमंत्रित किया ताकि उनको गांव, कस्बा, ब्लॉक, तहसील, जिला स्तर आदि पर होने वाले सोशल-ऑडिट में शामिल किया जा सके. डिप्टी सीएम ने कहा कि पंचायतीराज संस्थानों द्वारा करवाए जाने वाले विकास कार्यों पर निगरानी के लिए जो कमेटी गठित की जाएगी उसमें नंबरदारों को भी शामिल किया जाएगा. उपमुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में अनेक कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं, इन योजनाओं में नंबरदार क्या भूमिका निभा सकते हैं, इस बारे में भी नंबरदार सुझाव दें ताकि समाज के विकास में उनकी अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित की जा सके.

उन्होंने कहा कि अगर ज्यादा भागीदारी होगी तो नंबरदार के मानदेय में और अधिक बढ़ोतरी की जा सकेगी तथा तहसील स्तर पर उनको बैठने व काम करने के लिए एक स्पेशल कमरा दिया जा सकेगा. दुष्यंत चौटाला ने कहा कि पूर्व उपप्रधानमंत्री जननायक चौधरी देवीलाल ने अनुसूचित जाति व पिछड़ा वर्ग के लिए भी नंबरदारी शुरू की थी, इसलिए उनका भी इस वर्ग से विशेष लगाव है. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की सोच है कि राज्य की तरह प्रत्येक गांव, ब्लॉक, तहसील व जिला के लिए फिक्सड-सेलरी का बजट बनाया जाए ताकि बेहतर ढंग से संस्थागत विकास हो सके 

पापमोचिनी एकादशी की यहां पढ़ें पावन व्रत कथा, च्यवन ऋषि के पुत्र मेधावी और अप्सरा से जुड़ी है कहानी

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान विष्णु को समर्पित एकादशी व्रत रखने से सुख-समृद्धि और वैभव की प्राप्ति होती है। हिंदू पंचांग के अनुसार, च...