हरियाणा के मुख्यमंत्री ने कहा कि जनवरी से मार्च 2020 के बीच हरियाणा में बेरोजगारी दर 7 प्रतिशत थी, जबकि सीएमआईई की रिपोर्ट में यह 23.7 प्रतिशत दिखाई गई.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय सांख्यिकीय संगठन की मार्च 2020 की रिपोर्ट के अनुसार जनवरी से मार्च, 2020 के बीच हरियाणा में बेरोजगारी दर 7 प्रतिशत थी, जबकि सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी ( CMIE) की रिपोर्ट में यह 23.7 प्रतिशत दिखाई गई. इसलिए भूपेंद्र सिंह हुड्डा द्वारा हरियाणा में बेरोजगारी दर में वृद्धि पर की जा रही बयानबाजी झूठी और बेबुनियाद है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि CMIE लाभ कमाने के लिए बनाई गई निजी स्वामित्व वाली कंपनी है , जिसके निर्णय को निष्पक्ष एवं पारदर्शी नहीं कहा जा सकता. CMIE. की सर्वे रिपोर्ट रोजगार क्षमता, कार्यबल और श्रम शक्ति पर आधारित नहीं है.
रिपोर्ट रोजगार क्षमता, कार्यबल और श्रम शक्ति पर आधारित नहीं
मनोहर लाल ने कहा कि CMIE के सर्वेक्षण में डिजाइन, आकार, डेटा , प्रश्नावली इत्यादि की अनेक गलतियां हैं. एक तो CMIE की सर्वे रिपोर्ट रोजगार क्षमता, कार्यबल और श्रम शक्ति पर आधारित नहीं है. दूसरा इसकी सर्वे रिपोर्ट में कुल घरों का केवल 0.028 प्रतिशत शामिल किया गया है, जो पूरी तस्वीर पेश करने के लिए पर्याप्त नहीं है.मनोहर लाल ने कहा कि इस सर्वे रिपोर्ट में बेरोजगारी दर की गणना करने
वाले प्रश्नों को शामिल ही नहीं किया गया है. इसके अलावा इस सर्वे रिपोर्ट
में छात्रों और सेवानिवृत्त लोगों को भी शामिल किया गया है , जो कि एक
अन्य बड़ी गलती है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि नागरिक संसाधन सूचना विभाग द्वारा चलाई जा रही
महत्वकांक्षी योजना परिवार पहचान पत्र के तहत प्रदेश के लगभग प्रत्येक
परिवार का पंजीकरण हो चुका है, जिसमें लोगों ने स्वयं बेरोजगारी को घोषित
किया है जो केवल 6 प्रतिशत है.
सीएम ने पूछा कि जब प्रदेश के लोग स्वयं बेरोजगारी दर को घोषित कर रहे
हैं तो विपक्ष के नेता किस आधार पर बोल रहे हैं कि हरियाणा में बेरोजगारी
दर बढ़ रही है. यह दर्शाता है कि वह केवल झूठी राजनीति कर रहे हैं.
हरियाणा में 8 लाख 80 हजार युवाओं में से केवल 2 लाख 30 हजार उम्मीदवारों
को सक्षम युवा योजना के लिए अनुमोदित किया गया है, जोकि नौकरी की तलाश करने
वाले युवाओं की संख्या का बेहतर अनुमान है.
बाकी आरोपों का भी दिया खुलकर जवाब
भूपेंद्र सिंह हुड्डा द्वारा दिए गए बयान कि महम में बनने वाला एयरपोर्ट प्रोजेक्ट हरियाणा से बाहर चला गया है, इस पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने उन पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने अपने शासनकाल के दौरान महम में एयरपोर्ट बनाने के लिए नागरिक उड्डयन मंत्रालय को प्रस्ताव भेजा था, जिसके लिए महम में जमीन चिन्हित की गई थी, लेकिन नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने इस प्रस्ताव को कभी मंजूरी ही नहीं दी, क्योंकि महम का प्रस्तावित एयरपोर्ट दिल्ली एयरपोर्ट के बहुत नजदीक था और यह प्लेन के लैंडिंग रूट के बीच आ रहा था. इन्हीं तकनीकी कारणों की वजह से मंत्रालय ने कभी इस परियोजना को मंजूर ही नहीं किया.
सीएम मनोहर लाल ने कहा कि जब कोई प्रोजेक्ट मंजूर ही नहीं हुआ, उसके लिए कोई भूमि अधिग्रहण ही नहीं की गई तो किस आधार पर विपक्ष के नेता झूठी बयानबाजी कर रहे हैं.राज्य सरकार हिसार को इंटीग्रेटिड एविएशन हब के रूप में विकसित कर रही है, जिसमें एविएशन संबंधित अनेक गतिविधियों को बढ़ाया जाएगा. इनमें विमानन प्रशिक्षण, सिम्युलेटर प्रशिक्षण, मरम्मत सुविधा, रक्षा एयरोस्पेस विनिर्माण तथा एयर कार्गो पोर्ट इत्यादि की सुविधाएं शामिल होंगी.
हरियाणा में रेल कोच फैक्ट्री के निर्माण के संबंध में भूपेंद्र सिंह
हुड्डा द्वारा दिए गए बयान पर मनोहर लाल ने कहा कि रेल कोच फैक्ट्री का
निर्माण रेलवे विकास निगम लिमिटेड द्वारा बरही (गन्नौर), जिला सोनीपत में
किया जा रहा है और इसका कार्य प्रगति पर है. यह दिसंबर 2021 में पूरा हो
जाएगा.
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