जिंदा स्वर्ग जाने की यात्रा के बीच यह जगह सतोपंत
उत्तराखंड की वह जगह जहाँ भीम ने त्यागे थे प्राण , गंगा से भी शुद्ध है इस सरोवर का पानी , केदारनाथ बद्रीनाथ की यात्रा तो हजारों लोग करते है परन्तु सतोपंत स्वर्गारोहणी की यात्रा चंद प्राणी ही कर पाते है.
माना जाता है कि जब 5 भाई पांडव जिंदा स्वर्ग जाने के लिये निकलते है तो एक एक करके अपने प्राण त्याग देते है और जिस जिस स्थान पर वो अपने प्राण त्यागते है .
उस स्थान से जुड़ी अगल अलग कहानियां है उन्ही मे सतोपंत है जहाँ भीम ने अपने प्राण त्यागे थे कहा जाता है कि इस सरोवर का पानी इतना साफ है कि अगर इसमे तिनका भी गिर जाय तो पक्षी उसे अपनी चोंच मे पकड़ कर बाहर फेंक देते है ,जिंदा स्वर्ग सिर्फ युधिष्ठिर ही गये थे बाकी भाईयो ने प्राण त्याग दिये थे, स्वर्ग की सीढ़ी स्वर्गारोहणी जिंदा स्वर्ग जाने का रास्ता है , जिसकी यात्रा उत्तराखंड से शुरू होती है ।
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